उप्र की संगमनगरी प्रयागराज में 13 जनवरी 2024 से शुरू होने वाले महाकुंभ बेहद खास होने वाला है। जिस तरह उप्र सरकार तैयारी कर रही है, उससे यह स्पष्ट प्रतीत होता है कि कुंभ में अत्याधुनिक सुविधाएं मिलने के साथ ही सभी के लिए यह यादागार भी साबित होगा। महाकुंभ में तकनीक का भी प्रयोग किया जाएगा। महाकुंभ 2025 की एक और खास बात यह है कि सरकार ने डिजिटल तकनीक का व्यापक इस्तेमाल करने की योजना बनाई है। पूरे मेला क्षेत्र में 100 डिजिटल साइनेज और 80 विजुअल मैनेज डिस्प्ले (वीएमडी) लगाए जाएंगे। डिजिटल साइनेज और डिस्प्ले बोड्र्स के माध्यम से श्रद्धालुओं को यातायात मार्ग, मेला क्षेत्र की जानकारी मिलेगी। इसके साथ ही पार्किंग की स्थिति और अन्य आवश्यक सूचनाएं आसानी से प्राप्त हो सकेंगी।
10 जोन में विभाजित किया जाएगा मेला क्षेत्र
प्रयागराज महाकुंभ मेले का विशाल क्षेत्र और वहां पर लाखों श्रद्धालुओं का आवागमन एक बहुत बड़ी चुनौती होती है। इसे ध्यान में रखते हुए मेला क्षेत्र को 10 जोन में विभाजित किया जाएगा और इन सभी जोन को 30 पान्टून पुलों के माध्यम से जोड़ा जाएगा। बताया जा रहा है कि यह व्यवस्था इस तरह बनाई जा रही है कि श्रद्धालुओं को एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र तक पहुंचने में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके साथ ही मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं को सुगम आवागमन के लिए शटल बसें और ई-रिक्शा सेवाएं मुहैया कराई जाएंगी। इसके लिए कुल 550 शटल बसें और 20,000 ई-रिक्शा मेले के विभिन्न हिस्सों में श्रद्धालुओं को ले जाने के लिए उपलब्ध होंगे, जिससे लोगों को पैदल चलने में कठिनाई न होगी और उनकी यात्रा आसान हो सकेगी।