लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी के महाकुंभ पर दिए गए वक्तव्य का समर्थन किया। राहुल गांधी ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री की बात का समर्थन करना चाहता था। कुंभ हमारी परंपरा है, संस्कृति है, इतिहास है। एक शिकायत थी कि प्रधानमंत्री ने जिनकी मृत्यु हुई, उन्हें श्रद्धांजलि नहीं दी। जो युवा कुंभ में गए उन्हें प्रधानमंत्री से रोजगार चाहिए और प्रधानमंत्री को उस पर भी बोलना चाहिए था। राहुल ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में नेता प्रतिपक्ष को तो बोलने का मौका दिया जाना चाहिए था लेकिन नहीं देते हैं, यह नया भारत है।
पीएम ने एकतरफा बयान दिया : अवधेश
समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री ने एकतरफा बयान दिया और सदन से चले गए। बेहतर होता कि महाकुंभ पर बड़ी चर्चा होती। नेताजी की सरकार में महाकुंभ हुआ जो अखिलेश यादव के नेतृत्व में भी हुआ और इन सरकारों में महाकुंभ का आयोजन बहुत अच्छे और भव्य तरीके से हुआ। दुख की बात है कि इस बार महाकुंभ में भगदड़ मची, लोगों की जान गई। प्रधानमंत्री को सदन में बताना चाहिए था कि महाकुंभ में कितने लोग लापता हुए, कितने लोगों की मौत हुई और उनके परिवारों के लिए सरकार क्या करेगी और विपक्ष को भी अपनी बात रखने का मौका दिया जाना चाहिए था।
दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन
केंद्रीय मंत्री एस.पी. सिंह बघेल ने लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी के महाकुंभ पर दिए गए वक्तव्य पर कहा कि यह दुनिया के इतिहास का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन था और प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी सफलता के लिए सभी के प्रयासों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कुंभ के लिए सभी को शुभकामनाएं, बधाई और आभार व्यक्त किया।