मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर भारतमें ही नही विदेशों में भी चर्चाएं है। अब इस मामले में अमेरिका भी कूद पड़ा है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि उनका देश इस पूरे मामले पर करीबी नजर बनाए हुए है। वह निष्पक्ष, पारदर्शी कानूनी प्रक्रिया के लिए प्रोत्साहित करता है। इससे पहले अमेरिका ने कहा था कि वह CAA पर नजर रखे हुए है कि भारत इसे कैसे लागू करता है।
भारत को नहीं है दखल पसंद
भारत को अपने घरेलू मामलों में किसी दूसरे देश के दखल पसंद नहीं है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस मामले में साफ कहा था कि अमेरिका ज्ञान न दे। यह हमारा अंदरूनी मामला है। इससे पहले भी किसान आंदोलन और कई मुद्दों पर विदेश से बयान आए हैं। जर्मनी ने भी सीएए पर बयान दिया था, जिस पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताते हुए जर्मनी के राजदूत को बुलाकर फटकार लगाई थी।