ईडी की पूछताछ के बाद कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि 2019 में भी मुझे बुलाया गया था। मैं 15 बार गया हूं। 10-10 घंटे मैंने जवाब दिए हैं। अभी भी कोई नए सवाल नहीं हैं मैं वही जवाब दोहरा रहा हूं। सारे जवाब दिए जा रहे हैं। अगर कल सार्वजनिक अवकाश न होता तो मुझे अपना जन्मदिन ईडी कार्यालय में मनाना पड़ता।
राजनीतिक साजिश की जताई आशंका
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा गुरुग्राम भूमि मामले में फंसे हुए हैं। तीसरे दिन भी ईडी ने उनसे पूछताछ की है। अब वे राजनीति में भी आना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर लोग चाहेंगे तो मैं अपने परिवार के आशीर्वाद के साथ आऊंगा। कांग्रेस के लिए मेहनत करूंगा। हम आंदोलन करते हैं, हम लोगों के लिए लड़ते हैं, हम अन्याय के खिलाफ हैं और हम लड़ते रहेंगे। इसलिए यह चलता रहेगा। रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि यह भाजपा का राजनीतिक प्रचार है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई और मुझे भी उसी दिन बुलाया गया। वे मीडिया के माध्यम से यह दिखा रहे हैं कि हम कुछ गलत कर रहे हैं। सच्चाई यह है कि उनके पास कुछ भी नहीं है।
यह है गुरुग्राम का भूमि मामला
यह मामला हरियाणा के गुरुग्राम में भूमि सौदों से जुड़ा है और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इस मामले की जांच कर रहा है। आरोप हैं कि कांग्रेस शासनकाल में कुछ भूमि सौदों में अनियमितताएं हुई हैं। यह मामला 2008 में हुई भूमि डील से जुड़ा है। इस डील में स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी शामिल थी, जिसमें रॉबर्ट वाड्रा पहले निदेशक थे। आरोप हैं कि इस कंपनी ने 3.5 एकड़ जमीन खरीदी और बाद में इसे डीएलएफ को बेच दिया। इस डील में सरकारी नियमों के उलंघन के आरोप लगे हैं।