उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चारबाग के होटल में मां और बहनों की हत्या करने के बाद आरोपी ने आत्मसमर्पण कर दिया है। उसने बताया कि मोहल्ले के कुछ लोग काफी समय से मां और बहनों को परेशान कर रहे थे। विरोध करने पर मुझे और पिता को फर्जी केस में फंसाकर जेल भिजवाने की धमकी दे रहे थे। उसने कहा कि अगर हमें कुछ हो जाता तो मां और बहनों का क्या होता। इसी डर से सबको मारने की ठान ली। 30 दिसंबर को वह पिता के साथ सबको लेकर लखनऊ आया और चारबाग के होटल शरणजीत में रुका। मां और बहनों को 31 दिसंबर की रात जबरन शराब पिलाई और किसी के मुंह में कपड़ा ठूंसा तो किसी के गले को दुपट्टे से कस दिया। कलाई ब्लेड से काट दी जिसमें पिता ने भी उसकी मदद की थी। सबको मारने के बाद पिता को रेलवे स्टेशन पर छोड़ा और खुद पुलिस के पास पहुंच गया। पुलिस अरशद से पूछताछ कर रही है। हालांकि वह अपने बयान भी बदल रहा है।
हिम्मत नहीं जुटा पाया
आरोपी के मुताबिक मां और बहनों की हत्या के बाद पिता ट्रेन से कटकर जान देने के लिए चले गए और मैं खुदकुशी करने वाला था, लेकिन हिम्मत नहीं जुटा पाया और पुलिस के पास पहुंच गया। पुलिस ने सर्जिकल और साधारण ब्लेड और गला कसने में इस्तेमाल किया गया दुपट्टा बरामद कर लिया गया है।
हत्या के बाद बनाया वीडियो
आरोपी अरशद ने मां और तीन बहनों का कत्ल करने के बाद होटल के कमरे में बनाया वीडियो भी वायरल किया। इस दौरान पिता बदर चौथी बेटी का मुंह और नाक दबाकर मारता नजर आ रहा है। आरोपी ने वीडियो में कहा कि बस्ती वालों की वजह से मजबूरी में यह कदम उठाना पड़ा। अपने हाथों से मां और बहन को मारा है। इसके जिम्मेदार बस्ती वाले हैं। हमारा घर हड़पने के लिए न जाने उन्होंने कितने जुल्म किए। उसने सीएम योगी से निवेदन किया कि इन जैसे मुसलमानों को नहीं छोड़ें, पूरी बस्ती मौत की जिम्मेदार है। रानू उर्फ आफताब अहमद, अलीम खान, सलीम खान, ड्राइवर, अहमद, अजहर और उसके और रिश्तेदार मौत के जिम्मेदार हैं। वे उसे मेरे पिता को जेल भिजवाकर हमारी बहनों को भी हैदराबाद में बेचने की फिराक में थे।