अनुराग बसु की नई पेशकश ‘मेट्रो इन दिनों’ आज सिनेमाघरों में रिलीज़ हो गई है, और एक बार फिर निर्देशक ने अपनी अनोखी कहानी कहने की कला से दर्शकों का दिल जीत लिया है। ‘लाइफ इन ए मेट्रो’ की आध्यात्मिक अगली कड़ी मानी जा रही यह फिल्म, शहरी जीवन में रिश्तों की जटिलताओं और भावनाओं के विभिन्न रंगों को एक खूबसूरत संगीतमय यात्रा के ज़रिए दर्शाती है।
फिल्म में आदित्य रॉय कपूर और सारा अली खान से लेकर पंकज त्रिपाठी, कोंकणा सेन शर्मा, अली फज़ल, फातिमा सना शेख, अनुपम खेर और नीना गुप्ता जैसे बेहतरीन कलाकारों का एक बड़ा ensemble cast है। हर किरदार की अपनी कहानी है, जो कहीं न कहीं एक दूसरे से जुड़ी हुई है, और ये सभी कहानियां प्यार, अकेलेपन, उम्मीद और जीवन की उठा-पटक को दर्शाती हैं।
अनुराग बसु अपनी फिल्मों में किरदारों को आदर्शवादी न दिखाकर, उन्हें वास्तविक और मानवीय बनाने के लिए जाने जाते हैं, और ‘मेट्रो इन दिनों’ में भी उनका यह जादू बरकरार है। फिल्म में कई जोड़ों की जटिलताएं एक साथ चलती हैं, और हर ट्रैक अपने आप में दिलचस्प है। खासकर पंकज त्रिपाठी और कोंकणा सेन शर्मा का ट्रैक दर्शकों को सबसे ज्यादा पसंद आ रहा है, जो उदास करता है लेकिन आखिर में चेहरे पर मुस्कान भी छोड़ जाता है। पंकज त्रिपाठी अपनी कॉमिक टाइमिंग और सहज अभिनय से एक बार फिर दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब रहे हैं।
प्रीतम का संगीत फिल्म का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो केवल कहानी को पूरक नहीं करता बल्कि कहानी का एक अभिन्न अंग बन जाता है। कई संवाद गाए गए हैं, जो फिल्म को एक अनोखा म्यूजिकल अनुभव देते हैं। हर गाना कहानी को आगे बढ़ाता है और भावनाओं को गहराई से छूता है।
हालांकि कुछ समीक्षकों का मानना है कि फिल्म का दूसरा हिस्सा थोड़ा उलझा हुआ लग सकता है और कहीं-कहीं दोहराव महसूस हो सकता है, लेकिन फिल्म का दिल और आत्मा — इसके मानवीय रिश्ते और बसु का अनोखा निर्देशन — इसे एक सार्थक और भावनात्मक अनुभव बनाता है। यह फिल्म महानगर में प्यार, नुकसान, लालसा और जीवन का एक भावनात्मक रूप से भरपूर जश्न है, जो दर्शकों को अपनी ओर खींचती है। ‘मेट्रो इन दिनों’ उन दर्शकों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है जो सार्थक और दिल को छू लेने वाली रोमांटिक फिल्म की तलाश में हैं।