प्रयागराज महाकुंभ 2025 में सुरक्षा के लिहाज से श्रद्धालुओं को कोई असुविधा का सामना न करना पड़ेगा। उप्र सरकार ने सुरक्षा की तगड़ी रणनीति तैयार की गई है। भीड़ प्रबंधन के साथ-साथ प्रयागराज पहुंचने वाले हर व्यक्ति पर सुरक्षाकर्मियों की नजर होगी। लोकल इंटेलिजेंस यूनिट्स के साथ पुलिसकर्मियों के अलग-अलग विभाग निरंतर संपर्क में रहेंगे। संपूर्ण मेला अवधि के दौरान 10 प्रकार के सुरक्षा ऑपरेशन भी चलाए जाएंगे, जिससे श्रद्धालुओं को हर कदम पर सुरक्षा का एहसास होता रहेगा।
एआई से लैस होंगे कैमरे
अभिसूचना आधारित एकीकृत नियंत्रण और कमान केंद्र (आईसीसीसी) के माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) युक्त सीसीटीवी कैमरों द्वारा फोटो, पहचान के चिह्न और टीएसपी (तकनीकी सेवा प्रदाता) के माध्यम से निगरानी की जाएगी। महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा में कुल 37,611 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। इनमें से महाकुंभ मेला क्षेत्र के लिए 22,953 पुलिस कर्मी, कमिश्नरेट के लिए 6887 और जीआरपी के 7771 पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 1378 महिला पुलिसकर्मी तैनात रहेंगी।
पिछले कुंभ से ज्यादा तगड़ी रहेगी सुरक्षा
पिछले कुंभों की तुलना में इस बार बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती रहेगी। 2013 के महाकुंभ के 22,998 पुलिसकर्मियों की तुलना में इस बार 14,713 अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती होगी। अर्धकुंभ 2019 की 27,550 पुलिसकर्मियों की तुलना में 10,061 अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी।
इनकी रहेगी ड्यूटी
महाकुंभ में नागरिक पुलिस के 18479, महिला पुलिस 1378, यातायात पुलिस 1405, सशस्त्र पुलिस 1158, घुड़सवार पुलिस 146, परिवहन शाखा 230, एलआईयू 510, जल पुलिस 340 और 13,965 होमगाड्र्स की तैनाती की जाएगी।