प्रेम नगरी वृन्दावन वाले पूज्य संत प्रेमानंद महाराज श्री राधा रानी के परम भक्तो में से हैं। प्रेमानंद महाराज ने आज पूरी दुनिया में राधा नाम प्रकाश किया है। आज लाखो भक्त राधा नाम का जाप करते हैं। यहाँ तक कि फ़िल्मी दुनिया के कई ऐसे सितारे जो पार्टी और क्लब कल्चर में जिया करते थे,आज प्रेमानंद महाराज की शरण में जाने के बाद राधा रानी के भक्त हो गए हैं।
लेकिन का आपको पता है कि प्रेमानंद महाराज की भक्तिमार्ग की यात्रा वृन्दावन नहीं बल्कि महादेव की नगरी काशी से हुई थी। 13 वर्ष की उम्र में घर छोड़ने के बाद प्रेमानंद महाराज काशी पहुंचे थे जहाँ उन्होंने सालो माँ गंगा के घाटों पर बिठाये और महादेव की अनन्य भक्ति की। यहाँ तक कि प्रेमानंद महाराज बताते हैं कि उन्हें इस भक्ति का फल भी मिला और महादेव ने साक्षात् उन्होंने दर्शन भी दिए।
लेकिन काशी में तपस्या के दौरान ही प्रेमानंद महाराज राधा नाम के रस में डूब गए और वृन्दावन आ गए। लेकिन आज भी जब भी कोई भक्त उनसे काशी और महादेव के विषय में पूछता है तो वे भावुक हो उठते हैं।
अब प्रेमानन्द महाराज के एकांतिक वार्तालाप में एक भक्त ने पूछा कि क्या आपको काशी और महादेव का ध्यान बार बार नहीं आया ? तब महाराज ने भावुक होकर कहा कि रोना आया है। उन्होंने कहा कि ये कोई झूठा प्यार तो था नहीं। प्रेमानंद महाराज ने कहा कि महादेव हमें ऐसे प्यार करते थे जैसे हम उनके इकलौते पुत्र हो। क्योंकी हमारा उनके सिवा संसार में कोई नहीं था। वो आज भी हमारे साथ हैं हाँ बस रति का स्वरुप दूसरा हो गया। महाराज ने कहा कि मैं राधा रानी को भी देखता हूँ तो शिव ही नजर आते हैं।