इस बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष लायक सीटें लेकर आई है। पिछले दो चुनाव में कांग्रेस ने 50 से ज्यादा सीटें जीतीं लेकिन नेता प्रतिपक्ष लायक संख्या नहीं थी। इस बार कांग्रेस ने 99 सीटें जीतकर इस पद पर अपना दावा ठोक दिया है। रायबरेली से सांसद राहुल गांधी इस बार नेता प्रतिपक्ष होंगे। कांग्रेस अध्यख मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर हुई इंडिया गठबंधन के दलों की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया। सबकी सहमति के बाद कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इसकी घोषणा की। उन्होंने पुष्टि की कि राहुल को नेता प्रतिपक्ष बनाने के लिए कांग्रेस की ओर से प्रोटेम स्पीकर को भी पत्र लिखा गया है। राहुल के नेता प्रतिपक्ष बनते ही पीएम मोदी से उनकी सीधी टक्कर होगी।
मोदी के सामने पहली बार नेता प्रतिपक्ष
पीएम नरेंद्र मोदी के दोनों कार्यकालों में कोई नेता प्रतिपक्ष नहीं था। विपक्ष में किसी भी पार्टी को इतनी सीटें नहीं मिली थीं कि इस पद पर कोई नेता चुना जा सके। अब पहली बार होगा, जब मोदी के सामने नेता प्रतिपक्ष के रूप में राहुल गांधी होंगे। ऐसे में लोकसभा के सदन में दोनों नेताओं के बीच वार-पलटवार देखने को मिलेगा। नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद राहुल गांधी को सदन में अपनी बात रखने का पूरा मौका मिलेगा। ऐसे में महत्वपूर्ण बिलों, चर्चाओं में राहुल को बोलने के लिए ज्यादा समय मिलेगा और उनके तेवर भी तीखे होंगे।