प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में आयोजित सेमीकॉन इंडिया 2025 कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारत को सेमीकंडक्टर के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने का अपना दृष्टिकोण सामने रखा। पीएम मोदी ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब भारत की सबसे छोटी चिप दुनिया में सबसे बड़ा बदलाव लाएगी। उन्होंने स्वीकार किया कि भारत ने इस यात्रा में देर से शुरुआत की, लेकिन अब उसे कोई रोक नहीं सकता।
पीएम मोदी ने 20वीं सदी की तुलना करते हुए कहा कि पिछली शताब्दी तेल से प्रभावित थी, जहां दुनिया का भाग्य तेल के कुओं से तय होता था। हालांकि, 21वीं सदी की ताकत एक छोटी सी चिप में निहित है। उन्होंने कहा, “यह चिप भले ही छोटी हो, लेकिन इसमें दुनिया की प्रगति को एक बड़ी गति देने की ताकत है।” प्रधानमंत्री ने वैश्विक सेमीकंडक्टर बाजार का भी जिक्र किया, जो वर्तमान में 600 अरब डॉलर तक पहुँच चुका है और अगले कुछ वर्षों में 1 ट्रिलियन डॉलर को भी पार कर जाएगा। उन्होंने विश्वास जताया कि भारत जिस तेजी से इस क्षेत्र में प्रगति कर रहा है, इस 1 ट्रिलियन डॉलर के बाजार में भारत की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी होगी।
इस कार्यक्रम में आए सभी लोगों का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री ने उन्हें विकसित और आत्मनिर्भर भारत की यात्रा में महत्वपूर्ण भागीदार बताया। उन्होंने हाल ही में जारी हुए पहली तिमाही के बेहतर-से-उम्मीद जीडीपी आंकड़ों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि दुनिया भर के 40-50 से अधिक देशों के विशेषज्ञों की यहां मौजूदगी, भारत की युवा शक्ति और इनोवेशन के साथ मिलकर एक ही संदेश दे रही है: दुनिया भारत पर भरोसा करती है और उसके साथ सेमीकंडक्टर का भविष्य बनाने के लिए तैयार है।