उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को जुमे की नमाज को लेकर सरकार ने बड़ा फैसला किया है। इस दौरान सडक़ पर नमाज पर रोक रहेगी। इस फैसले पर समाजवादी पार्टी सांसद आनंद भदौरिया ने कहा कि जैसे जैसे 2027 के चुनाव नजदीक आते जाएंगे, ऐसे बयान और घटनाएं बढ़ती जाएंगी। पिछले 8 वर्ष में भाजपा ने विकास के पैमाने पर कोई ऐसा काम नहीं किया है जिसे लेकर जनता के बीच जाएं। कौन चाहता है कि सडक़ पर नमाज पढ़े? प्रशासन को वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए। भाजपा का मंसूबा कामयाब नहीं होगा वे हिंदू-मुस्लिम को आपस में लड़ाना चाहते हैं। अखिलेश यादव के गाय को लेकर दिए बयान पर उन्होंने कहा कि उनका कहने का मतलब था कि जो इत्र पार्क उन्होंने स्थापित कराया था, उस कार्य को भाजपा ने रोक दिया। गौशाला भी नहीं चल रही। आप गौशालाओं की स्थिति देख लीजिए। जिस गौमाता का देहांत होता है उसे जेसीबी से गड्ढा खोदकर वहीं गाड़ दिया जाता है। चारे की व्यवस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि वहां दुर्गंध के अलावा कुछ नहीं मिलेगा। गौशालाओं में भी अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए।
गाय से दुर्गंध या गोबर से : बृजभूषण
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव क्या कहना चाहते हैं यह स्पष्ट नहीं होता। क्या गौ से दुर्गंध पैदा होती है या उसके गोबर से दुर्गंध पैदा होती है? उनका बयान स्पष्ट नहीं है। मुझे लगता है कि वे कहना कुछ और चाहते हैं लेकिन कह कुछ और रहे हैं।
सडक़ के अलावा छतों पर भी नमाज से रोक
संभल एएसपी संभल श्रीश चंद्र ने कहा कि छतों पर नमाज अदा करने से इसलिए रोका गया है क्योंकि छत पर भीड़ जमा होने से किसी दुर्घटना की संभावना है। सडक़ों पर नमाज़ को इसलिए रोका गया है क्योंकि भारी संख्या में लोग सडक़ पर इकठ्ठे हो जाते थे, जिससे यातायात अवरुद्ध होता था।