उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर अमृत स्नान के लिए त्रिवेणी संगम के घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच गए। मीडिया रिपोट्र्स की मानें इस दौरान 14 लोगों की मौत हो गई। हालांकि अभी प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकुंभ मेले की स्थिति के बारे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है। उन्होंने घटनाक्रम की समीक्षा की और तत्काल सहायता उपाय करने का आह्वान किया। महाकुंभ में भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने के बाद बचाव अभियान जारी है। घटना में कई लोगों के घायल होने की खबर है।
जरूरी नहीं कि संगम में ही डुबकी लगानी है.
आध्यात्मिक गुरु देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि मौनी अमावस्या का स्नान चल रहा है। आज मैं संगम घाट पर नहीं गया क्योंकि वहां भीड़ बहुत ज़्यादा है। पूरी गंगा और यमुना की धारा में अमृत बह रहा है। अगर आप कहीं भी गंगा या यमुना में स्नान करेंगे तो अमृत आपको प्राप्त होगा। ये आवश्यक नहीं है कि संगम में ही आपको डुबकी लगानी है।
आज स्नान में भाग नहीं लेगा अखाड़ा
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि जो घटना हुई उससे हम बहुत दुखी हैं। हमारे साथ हजारों श्रद्धालु थे। जनहित में हमने फैसला किया कि अखाड़े आज स्नान में भाग नहीं लेंगे। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे आज के बजाय वसंत पंचमी पर स्नान के लिए आएं। यह घटना इसलिए हुई क्योंकि श्रद्धालु संगम घाट पहुंचना चाहते थे, इसके बजाय उन्हें जहां भी पवित्र गंगा दिखे, वहीं डुबकी लगा लेनी चाहिए। साध्वी निरंजन ज्योति ने भी कहा कि यह दुखद घटना है। जो भी हुआ वो ठीक नहीं हुआ। अखाड़ा परिषद ने जनहित को ध्यान में रखते हुए अमृत स्नान को रद्द करने का फैसला लिया है।
प्रशासन का दावा कोई गंभीर नहीं
विशेष कार्याधिकारी कुंभ मेला प्राधिकरण अकांक्षा राणा ने कहा कि संगम नोज पर बैरियर टूटने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। इस घटना में कुछ लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है। कोई भी गंभीर नहीं है।