एनसीपी प्रमुख और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के खिलाफ बारामती विधानसभा सीट से उनके भतीजे युगेंद्र पवार को एनसीपी-एससीपी ने मैदान में उतार दिया है। इस तरह महाराष्ट्र की ये सबसे हॉट सीट बन गई है। सबकी नजरें इस ओर हैं कि इस लड़ाई में बाजी कौन मारता है। अजित पवार जहां इस सीट से 7 बार जीते हैं और कभी हार का मुंह नहीं देखा तो युगेंद्र पवार के सिर पर शरद पवार का हाथ है।
शरद पवार और मोदी के बीच टक्कर
महाराष्ट्र की राजनीति के चाणक्य शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने बारामती लोकसभा सीट से अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार को हरा दिया था। ऐसे में सवाल यह है कि अब यहां पर शरद का पावर चलेगा या फिर अजित दादा की दादागिरी। महाराष्ट्र में भाजपा की अगुवाई वाली महायुति और महाविकास आघाड़ी के बीच मुकाबला है। ये चुनाव यह तय करेंगे कि मोदी का जादू यहां चलेगा या नहीं। क्योंकि लोकसभा चुनाव में जनता ने एमवीए पर भरोसा जताया था।
शांतिपूर्वक मुकाबला करना चाहिए : शरद पवार
एनसीपी-एससीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि चाहे अजित पवार हों या युगेंद्र पवार, लोकतंत्र में हर किसी को चुनाव लडऩे का अधिकार है। इसका शांतिपूर्वक मुकाबला करना चाहिए और अपनी नीतियों को जनता के सामने रखने का प्रयास करना चाहिए।
चाचा-भतीजे के बीच मुकाबला नहीं, वैचारिक लड़ाई है : सुप्रिया
बारामती से एनसीपी-एससीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि यह लोकतंत्र है। यह चाचा और भतीजे के बीच मुकाबला नहीं है। ये बीजेपी के खिलाफ हमारी वैचारिक लड़ाई है। हमारी लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष से नहीं है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि यह पवार बनाम पवार है। यह एनसीपी महाराष्ट्र बनाम बीजेपी अदृश्य शक्ति है।