अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभाले एक माह भी नहीं हुए हैं कि उनके निर्णयों से दुनियाभर में उथल-पुथल का माहौल है। इससे सबसे ज्यादा प्रभावित यूरोप के देश और यूक्रेन हैं। दरअसल ट्रंप के रवैये से हर कोई हैरान है। यूक्रेन युद्ध खत्म करने को लेकर डोनाल्ड ट्रंप की योजना को लेकर सिर्फ यूक्रेन ही नहीं, यूरोप भी भौंचक्का है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ट्रंप की 90 मिनट की फोन कॉल से इन देशों में हडक़ंप का माहौल है।
नाटो गठबंधन को खत्म कर रहे हैं ट्रंप
चर्चा होने लगी है कि ट्रंप अपने फैसलों से नाटो गठबंधन को खत्म कर रहे हैं। इसके साथ ही बुधवार को दुबई में ट्रंप और पुतिन की मुलाकात से यूक्रेन को बाहर रखने पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। माना जा रहा है कि ट्रंप रूस के कब्जे वाले क्षेत्रों को मान्यता देकर यूक्रेन को खाली हाथ रख सकते हैं। यही वजह है कि यूक्रेन बेहद डरा हुआ है।
डोनाल्ड ट्रंप के कदम से यूरोप में घबराहट
ट्रंप की चौंकाने वाली घोषणाओं के बाद यूरोप में घबराहट है। अमेरिकी रक्षा मंत्री पीटर हेगसेथ ने तो यूरोप को अमेरिका के लिए सुरक्षा गटर बता दिया है। यानी साफ है कि अब अमेरिका का यूरोप की रक्षा का कोई इरादा नहीं है। ऐसा हुआ तो नाटो संगठन का कोई अस्तित्व नहीं रह जाएगा। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी यूरोप को भीतर से आने वाला खतरा बताया था।
क्या है नाटो
उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) एक सैन्य गठबंधन है, जिसकी स्थापना 4 अप्रैल 1949 को हुई। संगठन ने सामूहिक सुरक्षा की व्यवस्था बनाई है, जिसके अन्तर्गत सदस्य राज्य बाहरी आक्रमण की स्थिति में सहयोग करने के लिए सहमत होंगे।