हरियाणा का डेरा सच्चा सौदा एक बार फिर चर्चाओं में है। दरअसल डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम साढ़े 7 साल बाद सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय में वापस आ गए हैं। राम रहीम की वापसी के बाद से उत्तराधिकारी को लेकर चर्चा चल रही है। बताया जाता है कि उनकी मुंहबोली बेटी हनीप्रीत को प्रबंधन और वित्तीय मामलों के सभी अधिकार दिए जा सकते हैं। इसके लिए पावर ऑफ अटॉर्नी का उपयोग होगा। हालांकि डेरा प्रबंधन ने अभी तक इस खबरों की पुष्टि नहीं की है। गौरतलब है कि हत्या और दुष्कर्म के मामले में राम रहीम को जेल की सजा हुई। अभी वह पैरोल में है लेकिन फिर उन्हें जेल जाना होगा। ऐसे में राम रहीम अपने उत्तराधिकारी का ऐलान कर सकते हैं।
फैसले लेने में हो रही समस्या
डेरा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि रोजमर्रा के कामकाज में फैसला लेने में दिक्कत आ रही है। राम रहीम जेल में होते हैं इसीलिए हर छोटे-बड़े फैसले के लिए उन्हें पैरोल पर आना पड़ता है या डेरा कमेटी को जेल में उनसे मिलना पड़ता है। यह प्रक्रिया काफी लंबी और जटिल है। ऐसे में हनीप्रीत ही हैं जो राम रहीम की सबसे करीबी और विश्वासपात्र हैं। ऐसे में हो सकता है की डेरे के कामकाज के सुचारू संचालन के लिए उन्हें यह जिम्मेदारी सौंप दी जाए।