लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला शनिवार को उत्तराखंड के देहरादून में देव संस्कृति विश्वविद्यालय पहुंचे। ओम बिरला ने विश्वविद्यालय की ज्योति कलश यात्रा सम्मेलन में शिरकत की। उन्होंने कहा कि ज्योति कलश यात्रा के माध्यम से जो जन जागरण का कार्य होने जा रहा है, यह निश्चित ही एक बहुत बड़ा कार्य है। अपने मन में एक संकल्प हो कि ज्योति से ज्योति का जलाना है, देश और दुनिया को जगमगाना है।
तीन दिवसीय सम्मेलन में राजस्थान, पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल आदि प्रांतों से 1200 से अधिक गायत्री परिवार के साधक प्रतिभाग कर रहे हैं। बिरला ने कहा कि आज पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन के भीषण दौर से गुजर रही है। जिसकी एक वजह हवन यज्ञ न होना है। हवन यज्ञ से जलवायु शुद्ध होती है। जिस परंपरा को हम छोड़ चुके हैं, उसे गायत्री परिवार फिर से आगे लाने का काम कर रही है। गायत्री परिवार कई दशकों से व्यसन मुक्त भारत, पर्यावरण संरक्षण, कुरीति उन्मूलन और राष्ट्र सेवा जैसे विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में जागरूकता लाने का कार्य कर रहा है।
प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या ने कहा कि कलश भारतीय संस्कृति का केंद्र बिंदु है। गायत्री परिवार के संस्थापक श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा चलाई गई ज्योति का अंश लेकर यह ज्योति कलश यात्रा जहां जायेगी। लोगों को भारतीय संस्कृति से ओत-प्रोत कर उनकी चेतना को प्रखर बनाने का कार्य करेगी। ज्योति कलश यात्रा का उदेश्य मनुष्य की भावनात्मक रूप से नवनिर्माण करना है। इस ज्योति से ऐसे प्रकाशवान व्यक्तित्व निखरकर सामने आएंगे जो समाज एवं दुनिया में फैले अंधकार को दूर करने में सक्षम होंगे।
ज्योति से ज्योति का जलाना है, दुनिया को जगमगाना है, कलश यात्रा में शामिल हुए ओम बिरला
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