भाजपा की आपत्ति के बाद चुनाव आयोग ने हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों को आगे बढ़ा दिया है। अब हरियाणा में 5 अक्टूबर को वोटिंग होगी, जबकि पहले एक अक्टूबर को वोटिंग होनी थी। इसके साथ ही हरियाणा के नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे, जबकि पहले ये नतीजे 4 अक्टूबर को आने वाले थे। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे भी 4 अक्टूबर को सामने आने वाले थे, लेकिन अब चुनाव आयोग ने दोनों राज्यों के रिजल्ट के लिए 8 अक्टूबर की डेट तय कर दी है। दरअसल बीजेपी और बिश्नोई महासभा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर वोटिंग की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग की थी। इसे अब चुनाव आयोग ने मान लिया है।
ये बताई थी वजह
भाजपा ने चुनाव आयोग से कहा था कि 1 अक्टूबर को वोटिंग की तारीख वीकेंड, पब्लिक होलीडे और त्यौहारों से टकरा रही है। 28-29 सितंबर को शनिवार और रविवार है। बुधवार को 2 अक्टूबर की भी राष्ट्रीय अवकाश है। ऐसे में लोगों के शहर से बाहर जाने की ज्यादा संभावना रहती है। लोग पिकनिक और लंबे हॉलिडे पर निकल जाएंगे, जिससे वोटिंग कम होगी। इसके साथ ही बिश्नोई समाज का पर्व होने के कारण वोटिंग प्रभावित हो सकती है। चुनाव आयोग ने मंथन कर इस मांग को स्वीकार कर लिया।
ये बोले हुड्डा और नायब सिंह
तारीख बदलने पर कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि ये तो चुनाव आयोग का अधिकार है। तारीख बढ़ा दी, तो कोई बात नहीं। भाजपा तो हरियाणा में पहले ही हार मान चुकी है। जब पहले हरियाणा सरकार ने पत्र लिखा था, उसी समय मैंने कहा था कि बीजेपी सरकार ने हार मान ली है। वहीं सीएम नायब सैनी ने कहा कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने पत्र लिख कर चुनाव आयोग को इस समस्या से अवगत करवाया था। हरियाणा में लगातार छुट्टियों की वजह से वोट प्रतिशत कम न हो जाए। हमारे साथ-साथ अन्य दलों ने भी चिंता जताई। बिश्नोई समाज ने भी इसपर चिंता जाहिर की थी। चुनाव आयोग ने इस बात को समझा। ज्यादा वोटिंग होगी तो प्रदेश और देश को भी लाभ मिलेगा। मैं चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करता हूं।