प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैनिक दिवस पर मुंबई में तीन अग्रणी युद्धपोतों आईएनएस सूरत, आईएनएस नीलगिरि और आईएनएस वाघशीर को राष्ट्र को समर्पित किया। इससे भारत की समुद्र में ताकत कई गुना बढ़ जाएगी। मोदी ने स्पष्ट किया कि भारत विस्तारवादी नहीं बल्कि विकासवादी है और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समृद्धि और शांति का पक्षधर है।
भारत वैश्विक स्तर पर विश्वसनीय और जिम्मेदार साझेदार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज भारत को वैश्विक स्तर पर, विशेष रूप से ग्लोबल साउथ में एक विश्वसनीय और जिम्मेदार साझेदार के रूप में पहचाना जाता है। भारत विस्तारवाद की नहीं, बल्कि विकास की भावना से काम करता है। भारत ने हमेशा एक खुले, सुरक्षित, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 15 जनवरी के दिन को सेना दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। देश की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले प्रत्येक जांबाज को मैं नमन करता हूं। मां भारती की रक्षा में जुटे हर वीर-वीरांगना को मैं बधाई देता हूं।
भारत की बढ़ती ताकत का प्रमाण
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आईएनएस सूरत, आईएनएस नीलगिरी और आईएनएस वाघशीर की ऐतिहासिक कमीशनिंग, न केवल भारतीय नौसेना का बल्कि हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की बढ़ती ताकत का भी प्रमाण है। हिंद महासागर क्षेत्र हमेशा से ही भू-रणनीतिक और आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा है लेकिन आज के तेजी से बदलते परिवेश में यह और भी महत्वपूर्ण हो गया है। आज हम कह सकते हैं कि पूर्व में जो महत्व अटलांटिक महासागर का हुआ करता था, वह आज हिंद महासागर की ओर आ गया है।