बिहार के भागलपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले किसान संकट से घिरा रहता था। लालू यादव का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग पशुओं का चारा खा सकते हैं, वो इन स्थितियों को कभी नहीं बदल सकते। एनडीए सरकार ने इस स्थिति को बदला है। बीते सालों में हमने सैकड़ों आधुनिक किस्म के बीज किसानों को दिए हैं। पहले यूरिया के लिए किसान लाठी खाता था और यूरिया की कालाबाजारी होती थी। आज किसानों को पर्याप्त खाद मिलती है। हमने कोरोना के महासंकट में भी किसानों को खाद की कमी नहीं होने दी। अगर एनडीए सरकार न होती तो क्या होता? अगर एनडीए सरकार न होती तो आज भी किसानों को खाद के लिए लाठियां खानी पड़तीं। एनडीए सरकार ना होती तो आज किसानों को यूरिया की एक बोरी 3 हजार की मिल रही होती।
पहले किसानों को उनके हाल पर छोड़ देते थे
मोदी ने कहा कि पहले जब बाढ़ आती थी, सूखा पड़ता था, ओले पड़ते थे, तब ये लोग किसानों को उनके हाल पर छोड़ देते थे। 2014 में जब आपने एनडीए को आशीर्वाद दिया तो मैंने कहा कि ऐसा नहीं चलेगा। एनडीए सरकार ने पीएम फसल बीमा योजना बनाई। इस योजना के तहत पौने दो लाख करोड़ रुपये का क्लेम किसानों को आपदा के समय मिल चुका है।
विकसित भारत के चार मजबूत स्तंभ
पीएम मोदी ने कहा कि मैंने लाल किले से कहा था कि विकसित भारत के चार मजबूत स्तंभ हैं। ये स्तंभ हैं गरीब, किसान, महिला और नौजवान। एनडीए सरकार, चाहे केंद्र में हो या फिर प्रदेश में, किसान कल्याण हमारी प्राथमिकता है। मोदी ने कहा कि महाकुंभ के समय में मंदराचल की इस धरती पर आना अपने आपमें बड़ा सौभाग्य है। इस धरती में आस्था भी है, विरासत भी है और विकसित भारत का सामथ्र्य भी है। ये शहीद तिलकामांझी की धरती है। ये सिल्क सिटी भी है। बाबा अजगैबीनाथ की इस पावन धरा में इस समय महाशिवरात्रि की भी खूब तैयारियां चल रही हैं। ऐसे पवित्र समय में मुझे पीएम किसान निधि की एक और किस्त देश के करोड़ों किसानों भेजने का सौभाग्य मिला है।