आईएएस अधिकारी बनने का सपना कई युवाओं के दिल में बसता है, लेकिन हर साल केवल कुछ ही इस प्रतिष्ठित मुकाम को हासिल कर पाते हैं। इस प्रतिस्पर्धी परीक्षा को पास करने के लिए व्यक्ति को घंटों तक ईमानदारी से पढ़ाई करनी पड़ती है। हर साल हजारों उम्मीदवार IAS, IFS, IRS, और IPS बनने के लिए इस परीक्षा में शामिल होते हैं। इनमे से केवल कुछ ही इस सबसे कठिन परीक्षा को पास कर पाते हैं, जिसमें तीन चरण होते हैं: प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा, और इंटरव्यू।
IPS तृप्ति शाही की सफलता की कहानी
आज हम बात करेंगे IPS तृप्ति शाही की, जिन्होंने उत्कृष्टता की नई ऊंचाईयों को छुआ है। तृप्ति शाही ने 2016 में UPSC की परीक्षा दी और मई 2017 में परिणाम प्राप्त किया। तृप्ति शाही ने IPS कैडर में चयनित होकर अपने परिवार को गर्व से भर दिया। इसके बाद उन्होंने हैदराबाद के पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त किया।
परिवार का समर्थन और प्रेरणा
तृप्ति शाही अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, सुबोध कुमार और नीलम प्रसाद को देती हैं। 2015 में शादी के बाद भी उन्होंने अपने घर के कामकाज को संभालते हुए अपनी पढ़ाई जारी रखी और अपने सपनों को पूरा किया। उनके पिता, जो पूर्व DIG रह चुके हैं, ने उन्हें प्रेरित किया।
शिक्षा और प्रेरणा के स्रोत
तृप्ति ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बिहार के मोतिहारी क्षेत्र में शुरू की और अपने पिता की पोस्टिंग के साथ विभिन्न संस्थानों में पढ़ाई की। उन्होंने 12वीं कक्षा की पढ़ाई बोकारो के DAV पब्लिक स्कूल से पूरी की। इसके बाद वे दिल्ली चली गईं जहां उन्होंने UPSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की, जिसमें उन्होंने सेल्फ-स्टडी और कोचिंग का सही मिश्रण बनाया। उनकी बड़ी बहन मनु शाही, जो CRPF में कमांडेंट हैं, ने भी उनके सफर में महत्वपूर्ण प्रेरणा और समर्थन प्रदान किया।
तृप्ति शाही की अविश्वसनीय यात्रा, CRPF से लेकर आयकर विभाग और अंततः IPS अधिकारी बनने तक, उनकी प्रतिबद्धता, दृढ़ता और परिवार के अटूट समर्थन का प्रमाण है। उनकी यह यात्रा एक प्रेरणादायक कहानी है, जो सराहना और सम्मान की हकदार है।
वर्तमान पोस्टिंग
इंडियन मास्टरमाइंड्स के अनुसार, तृप्ति शाही वर्तमान में जम्मू और कश्मीर के शोपियां में SSP के रूप में तैनात हैं।