छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि अब सीबीआई आई है। आगामी 8 और 9 अप्रैल को गुजरात के अहमदाबाद में होने वाली एआईसीसी की बैठक के लिए गठित ड्राफ्टिंग कमेटी की मीटिंग के लिए आज पूर्व मेरा दिल्ली जाने का कार्यक्रम है। उससे पूर्व ही सीबीआई रायपुर और भिलाई निवास पहुँच चुकी है। कांग्रेस नेताओं ने इस कार्रवाई पर तंज कसा है तो भाजपा नेताओं ने भी बयान जारी किया है।
यह बोले बीजेपी नेता
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि मुझे पता चला है कि सीबीआई ने छापेमारी की है लेकिन मुझे नहीं पता कि विषय क्या है और किस विषय पर यह कार्रवाई की गई है। उन्हें नहीं पता कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने स्वयं विभिन्न विषयों पर सीबीआई जांच की मांग की है। उन्हें ईडी, सीबीआई पर विश्वास है। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने छापेमारी पर कहा कि राज्य में जब कांग्रेस सरकार थी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल थे, तब कई बड़े-बड़े घोटाले हुए। उनकी जांच ईडी, सीबीआई लगातार कर रही है। जांच के क्रम में ही आज सीबीआई ने छत्तीसगढ़ में लगभग 50 अलग-अलग जगह छापेमारी की है जिसमें कुछ राजनेता भी शामिल हैं। ये जांच की प्रक्रिया का हिस्सा है। किसी एक व्यक्ति के घर पर जांच नहीं हो रही है। इसे राजनीति से जोडऩा उचित नहीं है। साव ने कहा कि कांग्रेस जब भी इस तरह की कार्रवाई होती है तो उसे राजनीति से जोड़ती है। उन्हें जांच एजेंसी से सहयोग करना चाहिए।
बदनाम करने की साजिश
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के आवास पर सीबीआई की छापेमारी पर कहा कि यह राजनीति से प्रेरित है, पहले भूपेश बघेल के घर पर ईडी का छापा और आज सीबीआई का। इसका साफ मतलब है कि भाजपा केवल कांग्रेस नेताओं को बदनाम करना चाहती है। यह राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि मैं भाजपा से कहना चाहता हूं कि इन चीजों के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल न करें।