पूर्व मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि उन्हें भारत के खिलाफ ओवर रेट (Over Rate) के मामलों में नरमी बरतने के लिए सीधे निर्देश दिए गए थे। 68 वर्षीय क्रिस ब्रॉड ने ‘द टेलीग्राफ’ को दिए इंटरव्यू में बताया कि उन्हें अपने 21 साल के करियर (2003 से 2024) के दौरान भारत के मैचों में ओवर रेट के नियमों को लेकर नरम रहने के लिए कहा गया था।
उन्होंने खुलासा किया कि एक बार भारत के ओवर रेट में कमी होने पर उन्हें सीधे आईसीसी से फोन आया। ब्रॉड के अनुसार, भारत मैच के अंत में तीन-चार ओवर पीछे था और उस पर जुर्माना लगना था। तब उन्हें कहा गया था, “थोड़ा नरम रहो, कुछ समय निकाल लो क्योंकि ये इंडिया है।” इसके बाद उन्हें जुर्माना (फाइन) से बचने के लिए ओवर रेट को कम करने के लिए समय निकालना पड़ा।
सौरव गांगुली और भारतीय टीम पर आरोप:
ब्रॉड ने यह भी दावा किया कि भारतीय टीम और उस समय के कप्तान सौरव गांगुली की कप्तानी में अगले ही मैच में फिर से वही गलती दोहराई गई। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने पूछा कि अब क्या करना है, तो उन्हें निर्देश दिया गया कि “अब करो पेनल्टी।” ब्रॉड ने इस पूरी घटना को क्रिकेट प्रणाली में “राजनीति” का प्रमाण बताया।
आईसीसी में राजनीतिक दखल:
ब्रॉड ने आरोप लगाया कि आईसीसी के अंदर अब राजनीतिक दखल काफी बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अब इस सिस्टम में राजनीतिक समझदारी दिखाते हैं, या फिर चुप रहना ही बेहतर समझते हैं। क्रिस ब्रॉड ने 2003 से 2024 तक मैच रेफरी के रूप में काम किया और 622 अंतरराष्ट्रीय मैचों की निगरानी की। फरवरी 2024 में कोलंबो में हुआ मैच उनके करियर का आखिरी मैच था।


