उप्र के हाथरस हादसे पर विपक्ष ने अपने तेज कर दिए हैं। कल हुए हादसे में अब तक 134 लोगों की मौत हो चुकी है। कथित भोले बाबा फरार है और उस पर अभी मामला दर्ज नहीं हुआ है। योगी आदित्यनाथ आज घायलों से मिलने पहुंचे और घटनास्थल का भी दौरा किया।
सरकार को किसी की चिंता नहीं : मनोज झा
राजद सांसद मनोज कुमार झा ने कहा कि क्या यह देश हादसों का देश बनकर नहीं रह गया है? एक दिन श्रद्धांजलि, दो लाख रुपए का मुआवज़ा फिर सामान्य जीवन। हमेशा की तरह व्यापार वाली जो सोच है, सरकारों को सरकार बनाने की चिंता है, सरोकार बनाने की चिंता नहीं है। कौन मरे हैं, साधारण लोग, कोई फर्क नहीं पड़ता। कल हादसा हुआ तो प्रधानमंत्री को अपना भाषण रोकना चाहिए था? लेकिन वे लगातार बोलते रहे। इसलिए मैं कहता हूं यह हादसों का देश है और किसी को कोई चिंता नहीं। उन्हें बताइए कि सरकार का काम डुगडुगी बजाना नहीं होता है, सरकार का काम होता है लोगों को महफूज़ रखना।
मौतों के लिए सरकार है जिम्मेदार : अखिलेश
हाथरस हादसे पर समाजवादी पार्टी सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि यह बहुत दर्दनाक है। जिन परिवारों के सदस्यों की जान गई है, उन्हें दुख सहने की शक्ति मिले। जो हादसा हुआ है यह सरकार की लापरवाही है। ऐसा नहीं है कि सरकार को इस कार्यक्रम की जानकारी न हो। जब कभी भी इस प्रकार के कार्यक्रम होते हैं तो बड़ी संख्या में लोग इसमें शामिल होते हैं। इस लापरवाही से जो जानें गई हैं, उसकी जिम्मेदार सरकार है। कोई अगर अस्पताल पहुंच भी गया तो उन्हें पर्याप्त इलाज नहीं मिल पाया। ना ऑक्सीजन, ना दवाई, ना इलाज मिल पाया। भाजपा जो बड़े-बड़े दावे करती है कि हम विश्वगुरु बन गए हैं। क्या अर्थव्यवस्था का मतलब यह है कि किसी आपातकाल स्थिति में आप लोगों का इलाज न कर पाएं?
हम पीडि़तों के साथ : जयंत चौधरी
केंद्रीय राज्य मंत्री और आरएलडी सांसद जयंत चौधरी ने कहा कि यह दुखद घटना है। एक बड़ा आयोजन हुआ और बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। मुख्यमंत्री से बात हुई है, प्रशासन लगातार मॉनिटर कर रहा है। मैं सभी से सहयोग की अपील करता हूं। सभी परिवारों के साथ हमारी संवेदना है और हम उनके साथ हैं। शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि यह दुखद है जिस तरीके से यह घटना घटी है। मैं उम्मीद करती हूं कि राज्य सरकार कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी। आयोजकों के साथ ही जो सत्संग करने वाले बाबा हैं उनपर भी कार्रवाई होनी चाहिए। हम देख रहे हैं कि लोगों की जान का कोई मोल नहीं है।