इजरायल और ईरान के बीच चल रहा संघर्ष अब अपने सबसे भीषण दौर में पहुंच गया है। इजरायली वायुसेना ने ईरान की राजधानी तेहरान पर 50 से अधिक फाइटर जेट की मदद से एक बड़ा और समन्वित हमला बोला है। खुफिया जानकारी के आधार पर इजरायली वायुसेना ने रातभर चले हमलों में ईरान के लगभग 20 ठिकानों को तबाह कर दिया है। इन हमलों में ईरान के परमाणु कार्यक्रम को सीधे निशाना बनाया गया है। इजरायली लड़ाकू विमानों ने परमाणु केंद्र के सेंट्रीफ्यूज उत्पादन स्थल को ध्वस्त कर दिया है, जो यूरेनियम संवर्धन के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं। इसके अलावा, ईरान के मिसाइलों के निर्माण स्थलों और उनके पुर्जों व कच्चे माल के ठिकानों को भी निशाना बनाया गया है। इजरायली सेना का कहना है कि ये वही मिसाइलें हैं जिनका इस्तेमाल ईरान इजरायल पर हमला करने के लिए कर रहा था।
इजरायल के रक्षा मंत्री ने बीती रात तेहरान पर हुई इस बमबारी को “टॉरनेडो” करार दिया है, जो हमले की तीव्रता को दर्शाता है। इजरायल ने यह भी दावा किया है कि उसे कई सालों से खुफिया जानकारी मिल रही थी, जिसके आधार पर ये हमले किए गए हैं। इस हमले के बाद, ईरान ने भी जवाब में इजरायल पर हाइपरसोनिक मिसाइलें दागी हैं। तेहरान ने दावा किया है कि उसकी मिसाइलों ने इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम को भेद दिया और तेल अवीव में रातभर मिसाइलें गिरीं। इजरायल में अधिकारियों ने लोगों को बंकरों में रहने की सलाह दी है। यह ताजा हमला दोनों देशों के बीच तनाव को एक नए खतरनाक स्तर पर ले गया है, जिससे मध्य पूर्व में पूर्ण युद्ध का खतरा बढ़ गया है। इजरायल लगातार यह दोहराता रहा है कि वह ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकने के लिए किसी भी हद तक जाएगा।