देश के मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है, जहां उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू होने से मैदानी इलाकों में ठंड का प्रकोप बढ़ने की आशंका है, वहीं दक्षिणी राज्यों के लिए अगले पांच दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 21 से 24 अक्टूबर के बीच कश्मीर में एक हल्का पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने का अनुमान है, जिससे ऊंचे पहाड़ों पर हल्की बारिश या बर्फबारी हो सकती है। हिमाचल प्रदेश में भी रातें ठंडी होने लगी हैं। पहाड़ों पर हो रही इस शुरुआती बर्फबारी का सीधा असर उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में महसूस होगा, जिससे तापमान में गिरावट आएगी और ठंड बढ़ जाएगी। मौसम वैज्ञानिकों ने इस बार ला नीना के प्रभाव से उत्तर और मध्य भारत में कड़ाके की सर्दी पड़ने की संभावना जताई है।
दक्षिणी राज्यों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट: एक तरफ जहां उत्तर भारत में ठंड बढ़ रही है, वहीं दक्षिणी राज्यों में मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक तमिलनाडु, केरल, माहे और लक्षद्वीप समेत तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
- प्रभावित क्षेत्र: तमिलनाडु, केरल, माहे, लक्षद्वीप, तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा।
- स्थिति: तमिलनाडु के थेनी जिले में रविवार को हुई भारी बारिश के कारण कई निचले इलाके जलमग्न हो गए। केरल के कई जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगातार बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। दक्षिणी रेलवे के मुताबिक, कई स्थानों पर पहाड़ का मलबा पटरी पर आ गया, जिससे कल्लार और कुन्नूर के बीच रेल सेवाएं बाधित हुईं।
- मौसम विभाग ने लोगों को इन क्षेत्रों में सतर्क रहने और बेवजह यात्रा से बचने की सलाह दी है। भारी बारिश और खराब मौसम के कारण संबंधित राज्य सरकारों ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।