सिंधु जल समझौते (IWT) को लेकर भारत द्वारा पानी रोके जाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की बौखलाहट खुलकर सामने आ गई है। अजरबैजान में इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) की बैठक में उन्होंने भारत पर जमकर निशाना साधा और आरोप लगाया कि भारत एक “खतरनाक रास्ते” पर चल रहा है। इस दौरान उनके सामने तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन भी मौजूद थे, जिन्हें कई इस्लामिक देशों में ‘खलीफा’ की तरह देखा जाता है।
शहबाज शरीफ ने अपने संबोधन में कहा, “भारत ने एकतरफा तरीके से सिंधु जल समझौते का उल्लंघन किया है और पाकिस्तान के हिस्से का पानी रोका है। यह क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा है।” उन्होंने दावा किया कि यह कदम पाकिस्तान की कृषि और अर्थव्यवस्था को तबाह कर देगा। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने का आह्वान किया।
गौरतलब है कि भारत ने हाल ही में सिंधु जल समझौते के तहत अपने हिस्से के पानी के पूर्ण उपयोग की दिशा में कदम उठाए हैं, जिसमें कुछ नदियों पर परियोजनाओं का निर्माण शामिल है, जिनका पानी पाकिस्तान की ओर बहता था। भारत का तर्क है कि वह समझौते के नियमों के तहत ही कार्य कर रहा है और यह कदम पाकिस्तान की ओर से लगातार आतंकी गतिविधियों और सीमा पार घुसपैठ के मद्देनजर उठाया गया है।
शहबाज शरीफ के इन तीखे बयानों को तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन की मौजूदगी में भारत पर दबाव बनाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। एर्दोगन लंबे समय से कश्मीर मुद्दे और भारत के आंतरिक मामलों पर पाकिस्तान का समर्थन करते रहे हैं, जिससे भारत और तुर्की के संबंधों में तनाव रहा है। शहबाज शरीफ की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब पाकिस्तान पहले से ही गंभीर आर्थिक संकट और राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा है।