पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग और कालिम्पोंग जिलों में शनिवार शाम से हो रही मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। कई स्थानों पर भूस्खलन और एक लोहे का पुल ढहने की घटनाओं में कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई अन्य के लापता होने की आशंका है।
मुख्य घटनाएँ और नुकसान:
- दुधिया पुल ढहा: दार्जिलिंग के मिरिक और कुर्सियांग को जोड़ने वाला दुधिया में बालसन नदी पर बना लोहे का पुल भारी बारिश के कारण ढह गया। इससे पहाड़ी इलाकों का मैदानी क्षेत्रों, जैसे सिलीगुड़ी, से संपर्क टूट गया है।
- भूस्खलन से मौतें: मिरिक और सुखिया पोखरी क्षेत्रों में भूस्खलन के कारण कई मौतें हुई हैं। मिरिक के पास जसबीर गांव में एक घर पर लैंड स्लाइड होने से दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। अधिकारियों के अनुसार मलबे से अब तक 7 शव निकाले जा चुके हैं।
- सड़कें अवरुद्ध: लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण दार्जिलिंग और सिक्किम के बीच कई प्रमुख सड़कें बंद हो गई हैं। कुर्सियांग रोड पर दिलाराम में और रोहिणी रोड पर गौरीशंकर में भूस्खलन के कारण यातायात ठप हो गया है। सिलीगुड़ी और सिक्किम को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 717E भी अवरुद्ध है।
दार्जिलिंग जिला पुलिस और आपदा प्रतिक्रिया दल खराब मौसम और दुर्गम भूभाग के बावजूद राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। अधिकारियों ने मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है। मौसम विभाग ने दार्जिलिंग, कूच बेहार, कालिम्पोंग, जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। मृतकों की संख्या को लेकर विभिन्न स्रोतों से 6 से 14 तक के अलग-अलग आंकड़े मिल रहे हैं। दार्जिलिंग जिला पुलिस के एक अधिकारी के नवीनतम बयान के अनुसार मलबे से 7 शव निकाले जा चुके हैं, और 2 अन्य के बारे में जानकारी मिली है, इसलिए खबर में 7 लोगों की मौत का उल्लेख किया गया है।