लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बिहार के पटना में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज भारत की सत्ता संरचना में, चाहे वह शिक्षा हो, स्वास्थ्य हो, कॉर्पोरेट हो, व्यापार हो, न्यायपालिका हो, आपकी भागीदारी कितनी है? दलितों को प्रतिनिधित्व दिया गया है, लेकिन सत्ता संरचना में भागीदारी नहीं होने पर इसका कोई मतलब नहीं रह जाता है। मंच पर आपको बैठाने का कोई मतलब नहीं है। अगर मंच के पीछे से निर्णय लिए जाते हैं। राहुल ने कहा कि आज अलग-अलग जातियों के लोगों को टिकट देना एक फैशन बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी भी यही कहते हैं। लेकिन फिर आपने विधायकों की शक्तियां छीन लीं। यहां तक कि लोकसभा के सांसदों के पास भी कोई निर्णय लेने का अधिकार नहीं है। आपने मंत्री बनाए, लेकिन ओएसडी आरएसएस से हैं। सवाल नियंत्रण और भागीदारी का है।
अमीरों में एक भी दलित, आदिवासी या पिछड़े वर्ग का नहीं
राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने देश के सबसे अमीर लोगों का 16 लाख करोड़ रुपए माफ किया है। लेकिन ये आपका पैसा है, आपके टैक्स का पैसा है। अगर उन अमीरों की लिस्ट निकाली जाए तो उसमें एक भी दलित, आदिवासी या पिछड़े वर्ग के व्यक्ति का नाम नहीं मिलेगा। आज हिंदुस्तान में आम जनता की जेब से पैसा निकालकर अरबपतियों की जेब में डाला जा रहा है।