बजट सत्र की शुरुआत में अपने संबोधन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि अमृतकाल की शुरुआत में यह भवन बना है, यहां एक भारत, श्रेष्ठ भारत की महक भी है। मुझे पूरा विश्वास है कि इस नए भवन में नीतियों पर सार्थक संवाद होगा। ऐसी नीतियां जो आज़ादी के अमृत काल में विकसित भारत का निर्माण करेंगी। उन्होंने कहा कि देश ने लंबी छलांग लगाई है। आत्मनिर्भर भारत, रक्षा और निजी क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। देश में मोबाइल का उत्पादन पांच गुना बढ़ा है। देश में करदाता बढ़े हैं तो एक लाख स्टार्टअप भी शुरू हुए हैं। देश में जीएसटी लागू हुआ है तो देश का बैंकिंग सिस्टम मजबूत हुआ है।
मेक इंडिया के साथ एयरक्राफ्ट, रक्षा क्षेत्र में देश ने कई उपलब्धियां हासिल हुई हैं। मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया ने जीवन को आसान बना दिया है। विकसित देशों में भी ऐसा डिजिटल सिस्टम नहीं है। ये कुछ लोगों की कल्पना से परे है। यूपीआई से रिकॉर्ड ट्रांजेक्शन हुए हैं। 18 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड लेनदेन हुआ है। दुनिया के कई देश इसे अपना रहे हैं। मेरी सरकार ने डीबीटी ट्रांजेक्शन किए हैं। कई अपात्र लाभार्थियों को बाहर किया गया है। देश में आज ऐसा इन्फ्रास्ट्रक्चर बन रहा है, जिसका सपना हर भारतवासी देखता था।
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