प्रयागराज महाकुंभ 2025 अद्भुत तो होगी ही, देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय भी होगा। प्रदेश की भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए युद्ध स्तर पर तैयारियों का आगाज कर दिया है। कुंभ मेला प्रशासन की प्राथमिकता महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को उच्च दर्जे की विश्व स्तरीय सुविधा प्रदान करना है। ऐसे में प्रयागराज के सातों घाटों का आधुनिकीकरण और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। इन्हें सुंदर और स्वच्छ बनाने के लिए हरित पट्टी को भी विकसित किया जा रहा है। खास बात ये है कि घाटों पर छतरी, हाईमास्ट, पेयजल आदि की व्यवस्था भी की जा रही है। श्रद्धालुओं को स्वच्छ पानी मिले, इसके आरओ लगाया गया है। जबकि मोबाइल टॉयलेट और चेंजिंग रूम की भी व्यवस्था की गई है। इसी तरह बैठने के लिए बेंच की भी व्यवस्था की जा रही है, ताकि श्रद्धालु आराम कर सकें।
गंगा और यमुमा के 7 घाटों का कायाकल्प
प्रयागराज महाकुंभ के लिए गंगा और यमुना नदी के 7 घाटों का कायाकल्प किया जा रहा है। बलुआ घाट, रसूलाबाद घाट, कालीघाट, छतनाग घाट झूंसी, मौजगिरी घाट, नागेश्वर घाट झूंसी और पुराना अरैल घाट का लगभग आधा काम पूरा हो चुका है। मौजगिरी घाट का 40 प्रतिशत, नागेश्वर घाट का 35 प्रतिशत, छतनाग घाट का 30 प्रतिशत, रसूलाबाद घाट का 35 प्रतिशत, बलुआ घाट का 35 प्रतिशत, पुराना अरैल घाट का 40 प्रतिशत और कालीघाट का 50 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। बताया जा रहा है कि नवंबर के पहले सभी घाटों का सौंदर्यीकरण और सुविधा विस्तार का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। प्रयागराज महाकुंभ का आगाज 13 जनवरी 2025 से होने वाला हैं।