उप्र के प्रयागराज के संगम तट पट पर दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन महाकुंभ 2025 की तैयारियां तेज हो गई हैं। आयोजन के लिए महज ढाई माह ही बचे हैं। दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागम में 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु देश-विदेश से आएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद तैयारियों की मॉनिटरिंग कर विश्व स्तरीय सुविधाओं पर जोर दे रहे हैं। महाकुंभ को अंतरराष्ट्रीय स्तर की बुनियादी सुविधाओं से परिपूर्ण करने के साथ सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी अभेद्य बनाने के लिए रणनीतियां तैयार कर ली गई हैं। महाकुंभ में श्रद्धालुओं को 7 स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के चक्रव्यूह से सुरक्षित किया जा रहा है, जिसमें 37 हजार से अधिक पुलिसकर्मी तैनात होंगे।
10 प्रकार के सुरक्षा ऑपरेशन भी चलाए जाएंगे
प्रयागराज में मेला अवधि के दौरान 10 प्रकार के सुरक्षा ऑपरेशन भी चलाए जाएंगे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर सरकार का विशेष जोर है। कुंभ को भव्य और दिव्य बनाने के लिए तेजी से तैयारी चल रही है। हाल ही में सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद प्रयागराज का दौरा किया था। उन्होंने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर आला अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक कर तैयारी की समीक्षा की भी थी। सीएम ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर कड़े दिशा निर्देश दिए थे। यही वजह है कि अधिकारियों ने महाकुंभ को 7 स्तर की सुरक्षा व्यवस्था से लैस करने की तैयारी कर ली है, जिससे किसी भी अप्रिय घटना से न सिर्फ तुरंत निपटा जा सके बल्कि समय रहते किसी भी घटना टाला जा सके।
ये होंगे सुरक्षा के सात चक्र
पहला चक्र मूल स्थल (प्वाइंट ऑफ ऑरीजन) पर चेकिंग का होगा। दूसरा चक्र ट्रेन, बस और निजी वाहनों की चेकिंग का होगा। तीसरे चक्र में प्रदेश की सीमाओं पर व्यापक चेकिंग अभियान शामिल है। चौथा चक्र जोन की सीमाओं और टोल प्लाजा पर चेकिंग का रहेगा। पांचवां चक्र प्रयागराज कमिश्नरेट की सीमा पर चेकिंग और छठा चक्र मेला क्षेत्र आउटर में चेकिंग का रहेगा। सातवां चक्र इनर व आइसोलेशन कार्डन पर चेकिंग का रहेगा।