हरियाणा पुलिस शिकायत प्राधिकरण द्वारा सभी राज्यों की पुलिस शिकायत प्राधिकरणों के राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। यह सम्मेलन देश में पहली बार आयोजित किया गया है, जिसमें विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। पुलिस की कार्यप्रणाली और आचरण के विरूद्ध जनता द्वारा की जाने वाली शिकायतों के समाधान के लिए राज्यों में गठित पुलिस शिकायत प्राधिकरणों की कार्यप्रणाली में एकरूपता लाने के उद्देश्य से यह आयोजन हुआ है। मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्राधिकरणों को और सुदृ्ढ़ करने, जनता की शिकायतों का त्वरित समाधान करने और पुलिस के साथ भी बेहतर समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया।
पहले दर्ज नहीं होती थी एफआईआर
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने सत्ता में आने के बाद पुलिस शिकायत प्राधिकरण को सुदृढ़ करने के लिए अनेक कदम उठाए। जब हमने सत्ता संभाली थी, तो उस समय जनता यह शिकायत करती थी कि उनकी एफआईआर ही दर्ज नहीं की जाती है। हमने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि पुलिस थानों में आने वाले हर व्यक्ति की एफआईआर दर्ज की जाए। पुलिस के अधिकार क्षेत्र की समस्या को भी खत्म करते हुए हमने जीरो एफआईआर दर्ज करने के भी निर्देश दिए।
भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने कारगर कदम उठाए
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि पहले दिन से ही हमारा लक्ष्य प्रदेश में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना है और इसके लिए कई कारगर कदम भी उठाए गए हैं। व्यवस्था परिवर्तन के अनेक काम करते हुए हम सिस्टम में पारदर्शिता लेकर आए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस की कार्यप्रणाली को और सुदृढ़ करने के लिए और वित्तीय मामलों से निपटने हेतु हरियाणा राज्य एनफोर्समेंट ब्यूरो का गठन किया है। हमने टैक्स चोरी, बिजली चोरी, खनन चोरी या नहर पानी की चोरी इत्यादि गतिविधियों पर लगाम लगाई है।
पुलिस को अत्याधुनिक बनाया
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने 33 महिला थाने स्थापित किए हैं और पुलिस में भी महिलाओं की संख्या बढ़ाई है। साइबर क्राइम से निपटने के लिए अलग से साइबर थाने बनाये हैं और हर पुलिस थानों में साइबर डेस्क की स्थापना की है। उन्होंने कहा कि जनता के मन में यह शंका होती थी कि पुलिस द्वारा उनके साथ किये जाने वाले गलत व्यवहार की शिकायत वे कहां दर्ज करवाएं। इसी कारण राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण अस्तित्व में आया। हरियाणा पुलिस शिकायत प्राधिकरण में लगभग 2 हजार शिकायतें प्राप्त हुई हैं और प्राधिकरण की सिफारिशों के आधार पर राज्य सरकार ने संबंधित पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड किया है और जुर्माना भी लगाया है। आज जनता में प्राधिकरण के प्रति विश्वास बढ़ा है कि उनकी शिकायतों की सुनवाई हो रही है।
सेवा भाव से काम करने की जरूरत
मनोहर लाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सही दृष्टिकोण, कौशल और ज्ञान के साथ, भविष्य की जरूरतों के अनुरूप प्रशासनिक सेवा को तैयार करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए मिशन कर्मयोगी की शुरुआत की है। हरियाणा में भी मिशन कर्मयोगी चलाया जा रहा है। राज्य में लगभग साढ़े 3 लाख कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है कि किस प्रकार जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतर सकें। सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को सेवा भाव से काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के सम्मेलन का आयोजन एक अच्छा निर्णय है, ताकि सभी राज्य अपनी-अपनी बेस्ट प्रैक्टिस का आदान प्रदान करें। उन्होंने सम्मेलन के मुख्य वक्ता प्रकाश सिंह, पूर्व डीजीपी (सेवानिवृत) का धन्यवाद प्रकट करते हुए कहा कि प्रकाश सिंह ने हमेशा ही पुलिस में सुधार लाने पर जोर दिया है और इसके लिए वे अथक प्रयास कर रहे हैं।