कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आगामी जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए फोन पर औपचारिक निमंत्रण दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने यह निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और वह इस बार जी-7 सम्मेलन में भाग लेने के लिए कनाडा जाएंगे। यह घटनाक्रम ऐसे समय में आया है जब दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार के संकेत मिल रहे हैं।
यह सम्मेलन 15 से 17 जून, 2028 के बीच कनाडा के अल्बर्टा प्रांत के कनानास्किस में आयोजित होगा। यह लगातार दूसरा वर्ष है जब कनाडा जी-7 की मेजबानी कर रहा है, क्योंकि 2025 में भी यह कनाडा में आयोजित हुआ था।
भारत, जी-7 का सदस्य न होते हुए भी, पिछले कई वर्षों से “आउटरीच देश” के रूप में इस महत्वपूर्ण वैश्विक मंच पर आमंत्रित किया जाता रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति वैश्विक अर्थव्यवस्था, जलवायु परिवर्तन, और भू-राजनीतिक स्थिरता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भारत की भागीदारी को मजबूत करेगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत में आपसी सम्मान और साझा हितों पर जोर दिया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री कार्नी को हाल ही में हुए चुनावों में उनकी जीत पर बधाई दी और निमंत्रण के लिए आभार व्यक्त किया।
इस यात्रा को दोनों देशों के बीच हाल के वर्षों में तनावपूर्ण रहे संबंधों को सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। विश्लेषकों का मानना है कि यह निमंत्रण भारत और कनाडा के बीच द्विपक्षीय संबंधों को एक नई दिशा दे सकता है, जिससे भविष्य में सहयोग के नए रास्ते खुलेंगे। आगामी सम्मेलन में दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक की भी संभावना है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।