प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी त्रिनिदाद एंड टोबैगो यात्रा के दौरान, वहां की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर को ‘बिहार की बेटी’ कहकर संबोधित किया। पीएम मोदी ने इस दौरान भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि कमला बिसेसर के पूर्वज बिहार के बक्सर जिले के भेलूपुर गांव से थे, और वह स्वयं भी अपने पैतृक गांव जाकर आ चुकी हैं। यह संबोधन उनके इस देश के साथ भावनात्मक जुड़ाव को दर्शाता है, जहां भारतीय मूल की आबादी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
कौन हैं कमला प्रसाद-बिसेसर?
कमला प्रसाद-बिसेसर एक प्रमुख त्रिनिडाडियन वकील, राजनीतिज्ञ और शिक्षिका हैं। वह मई 2025 में दूसरी बार त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री चुनी गई हैं, इससे पहले उन्होंने 2010 से 2015 तक देश की छठीं और पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया था। वह यूनाइटेड नेशनल कांग्रेस (UNC) की नेता हैं और 1995 से सिपरिया क्षेत्र की सांसद हैं। कमला प्रसाद-बिसेसर देश की पहली महिला अटॉर्नी जनरल और कार्यवाहक प्रधानमंत्री भी रह चुकी हैं। टाइम मैगज़ीन ने 2011 में उन्हें दुनिया की 13वीं सबसे प्रभावशाली महिला नेता नामित किया था। उनके परदादा राम लखन मिश्रा बिहार के बक्सर जिले से थे, जो 19वीं सदी में ‘गिरमिटिया’ मजदूर के रूप में त्रिनिदाद पहुंचे थे।
पीएम मोदी ने दिया खास तोहफा
अपनी यात्रा के दौरान, पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री कमला बिसेसर को एक बहुत ही खास और प्रतीकात्मक तोहफा भेंट किया। इसमें अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति और महाकुंभ संगम व सरयू नदी का पवित्र जल शामिल था। पीएम मोदी ने कमला बिसेसर से भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि इस पवित्र जल को त्रिनिदाद की गंगा धारा में अर्पित किया जाए, जो भारत और त्रिनिदाद के बीच सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों को और मजबूत करेगा। इसके अलावा, पीएम मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय प्रवासियों की छठी पीढ़ी को ओवरसीज सिटीजनशिप ऑफ इंडिया (OCI) कार्ड दिए जाने की भी घोषणा की। यह दौरा न केवल दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करता है, बल्कि प्रवासी भारतीयों की विरासत और योगदान को भी रेखांकित करता है।