बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने राफेल विमान सौदे को लेकर एक सनसनीखेज दावा किया है। स्वामी ने एक पॉडकास्ट में कहा कि पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर राफेल विमान खरीदना नहीं चाहते थे और उन्होंने यह कहते हुए उनसे मुलाकात की थी कि उन्होंने “गलत काम किया है”। स्वामी के अनुसार, पर्रिकर ने उनसे रोते हुए कहा था कि उन्हें राफेल डील को लेकर गलत काम करना पड़ा। मैं कोई आरोप नहीं लगा रहा। बस वो इस डील के लिए बहुत दबाव में था। स्वामी ने दावा किया कि फिर पता नहीं क्या उसके पेट में गया और वो मर गया। स्वामी ने इस बयान के जरिए राफेल सौदे में पारदर्शिता और खरीद प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पर्रिकर जैसे “पढ़े-लिखे और ईमानदार” व्यक्ति के लिए रक्षा मंत्री का पद कोई बड़ी बात नहीं थी।
यह दावा ऐसे समय में आया है जब राफेल सौदे को लेकर एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज़ हो रही हैं। सुब्रह्मण्यम स्वामी राफेल डील को लेकर लगातार सवाल उठाते रहे हैं और उन्होंने इस सौदे में भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए हैं। उनका कहना है कि जब तक नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं, तब तक इस सौदे की निष्पक्ष जांच असंभव है। हालांकि, बीजेपी और सरकार की तरफ से इन आरोपों को हमेशा खारिज किया गया है। राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट ने भी सरकार को क्लीन चिट दे दी थी, लेकिन विपक्ष और कुछ नेताओं द्वारा इस मुद्दे को समय-समय पर उठाया जाता रहा है।
सुब्रह्मण्यम स्वामी का यह बयान, विशेष रूप से मनोहर पर्रिकर जैसे सम्मानित नेता को लेकर, निश्चित रूप से राजनीतिक हलकों में एक नई बहस छेड़ सकता है। पर्रिकर का निधन 2019 में हो गया था, जिसके बाद उनके बयानों की पुष्टि करना संभव नहीं है।