उप्र के हाथरस में 21 मौतों का गुनहगार भोले बाबा करोड़ों की संपत्ति का मालिक है। सिपाही का पद छोडक़र गांव में एक छोटा सा आश्रम खोलने वाला नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा ने कुछ ही समय में अकूत संपत्ति बना ली। दावा किया जा रहा है कि उसने 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति जुटा ली है। उसके पास लग्जरी गाडिय़ों का काफिला है, तो सेवादारों की लंबी-चौड़ी फौज है। पश्चिम उत्तर प्रदेश में उसके 24 आश्रम हैं। भोले बाबा के आश्रम सर्वसुविधा युक्त और आलीशान हैं। उसकी यह शानो-शौकत देखकर हर कोई हैरान रह जाता था। उसका प्रभाव हरियाणा, मध्य प्रदेश और राजस्थान तक था।
शक्ति का दावा, चरण रज के चक्कर में गई लोगों की जान
भोले बाबा उर्फ सूरज पाल ने पटियाली गांव में छोटा सा आश्रम बनाया था। बाबा का दावा है कि विश्व हरि भगवान विष्णु ने उसे एक अलग शक्ति दी है। इसके बाद वह क्षेत्र में साकार बाबा के नाम से पहचाना जाने लगा। जब इसका उसे ज्यादा फायदा नहीं हुआ तो उसने नाम के आगे भोले बाबा जोड़ लिया। जब उसका सत्संत होता था तो बाबा दावा करता था कि घर में जो भी परेशानियां हैं, कोई बीमार है तो वह उसकी चरण रज घर ले जाएं तो सब ठीक हो जाएगा। इसी चक्कर में हाथरस में हादसा हो गया और भगदड़ से 121 लोगों की मौत हो गई। वह महिलाओं के बीच काफी प्रसिद्ध था। बाबा दान तो नहीं लेता था, लेकिन उसने ट्रस्ट बना रखा था, जिसके जरिए उगाही करता था।