दिल्ली में संसद परिसर में इंडिया गठबंधन के नेताओं ने संसद में भेदभावपूर्ण केंद्रीय बजट 2024 का विरोध किया। प्रदर्शन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सानिया गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि बजट में कोई न्याय नहीं मिला है, तो न्याय दिलाने के लिए हम लड़ रहे हैं।
विकास बिहार जा रहा तो उत्तर प्रदेश को क्यों छोड़ रहे : अखिलेश
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि समर्थन मूल्य किसान को न देकर गठबंधन के साथियों को दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश को बड़े सपने दिखाए थे, क्या मिला उत्तर प्रदेश को? डबल इंजन की सरकार है तो डबल लाभ मिलना चाहिए था। लेकिन लगता है कि दिल्ली अब लखनऊ की ओर नहीं देख रही है या लखनऊ वालों ने दिल्ली वालों को नाराज कर दिया, उसका परिणाम बजट में दिखाई दे रहा है। विकास बिहार जा रहा है तो उत्तर प्रदेश को क्यों छोड़ रहे हैं? बाढ़ अगर बिहार की रोकनी है तो नेपाल और उत्तर प्रदेश की बाढ़ रोके बिना आप बिहार की बाढ़ कैसे रोकेंगे? आप पहले उत्तर प्रदेश और नेपाल की बाढ़ रोकें तो बिहार की बाढ़ अपने आप रुक जाएगी।
विपक्ष गुमराह करने की कोशिश कर रहा : रिजिजू
केंद्रीय बजट पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि बजट बहुत शानदार है और सभी ने इसका स्वागत किया है। विपक्ष यह कहकर गुमराह करने की कोशिश कर रहा है कि यह सिर्फ 2 राज्यों का बजट है। बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए 11 लाख 11 हजार 111 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय का आवंटन 1-2 राज्यों के लिए नहीं है, यह पूरे देश के लिए है। बुनियादी ढांचे से लेकर चिकित्सा, मध्यम वर्ग के लोगों को छूट देना, किसानों को दी जाने वाली सुविधाएं या आदिवासियों को अलग पैकेज देना, यह सब देश के लिए किया गया है। यह कहना गलत है कि पूरा केंद्रीय बजट 1 या 2 राज्यों के लिए है।