ऑनलाइन धोखाधड़ी का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सबको हैरान कर दिया है। आंध्र प्रदेश के अमरावती में एक सेवानिवृत्त प्रोफेसर ने एक व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल होने के बाद अपने लगभग 2 करोड़ रुपये गंवा दिए। यह घटना शुक्रवार, 27 जून 2025 को सामने आई, जिसने एक बार फिर ऑनलाइन फ्रॉड की बढ़ती प्रवृत्ति और उसमें बरती जाने वाली सावधानी की कमी को उजागर किया है।
पीड़ित प्रोफेसर डॉ. एम. बैटमैनाबाने मुनिस्सामी को अज्ञात स्कैमर्स द्वारा एक निवेश-संबंधित व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया था। शुरू में, उन्हें ग्रुप में आकर्षक निवेश योजनाओं और उच्च रिटर्न के वादे किए गए। जालसाजों ने उन्हें यह विश्वास दिलाया कि यह एक वैध निवेश अवसर है, और वे थोड़े समय में बड़ी रकम कमा सकते हैं। प्रोफेसर, जो रिटायरमेंट के बाद अपनी बचत को बढ़ाना चाहते थे, इन लुभावने प्रस्तावों के झांसे में आ गए।
साइबर क्राइम पुलिस के मुताबिक, स्कैमर्स ने प्रोफेसर को छोटे निवेश से शुरुआत करने के लिए प्रेरित किया, जिस पर उन्हें शुरुआती रिटर्न भी मिला। इस “सफलता” ने प्रोफेसर का विश्वास बढ़ा दिया और उन्होंने धीरे-धीरे बड़ी रकम निवेश करनी शुरू कर दी। यह सिलसिला तब तक चलता रहा जब तक उन्होंने लगभग 1.95 करोड़ रुपये की भारी भरकम राशि जालसाजों के खातों में ट्रांसफर कर दी।
जब प्रोफेसर ने अपने निवेश किए गए पैसे और रिटर्न निकालने की कोशिश की, तो उन्हें विभिन्न बहाने बनाकर टाला जाने लगा। अंततः, उन्हें एहसास हुआ कि वे एक बड़े धोखाधड़ी का शिकार हो चुके हैं। इसके बाद उन्होंने तुरंत साइबर क्राइम पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन ऐसे मामलों में पैसे वापस मिलने की संभावना काफी कम होती है। यह घटना उन सभी लोगों के लिए एक बड़ी चेतावनी है जो ऑनलाइन निवेश के लुभावने प्रस्तावों में फंस जाते हैं। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि किसी भी अज्ञात व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने से बचें और किसी भी निवेश योजना में पैसा लगाने से पहले उसकी पूरी तरह से जांच-पड़ताल करें। याद रखें, “कोई भी आसान पैसा नहीं होता।”