ओडिशा में “संविधान बचाओ” रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने ओडिशा में भाजपा के शासन मॉडल पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि यह सरकार राज्य के पूरे धन को “5-6 बड़ी कंपनियों” को दे रही है, जिससे आम जनता और छोटे व्यवसायों को नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा, “मैं अभी किसानों और महिलाओं के डेलिगेशन से मिला, उनकी आवाज़ सुनी, उनका दुख-दर्द सुना। जल, जंगल और जमीन आदिवासियों के हैं और रहेंगे। यहां पर आदिवासियों को बिना पूछे, जमीन से हटा दिया जाता है, PESA कानून लागू नहीं किया जाता है। आदिवासियों को पट्टा नहीं दिया जाता है। यह जमीन उनकी है, जल उनका है, जंगल उनका है। कांग्रेस पार्टी PESA कानून लाई थी, ट्राइबल बिल लाई। इन कानूनों को हम लागू करके दिखाएंगे, आदिवासियों को उनकी जमीन वापस दिलवाएंगे।
राहुल गांधी ने भाजपा की आर्थिक नीतियों की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, “ओडिशा में भाजपा का मॉडल साफ है। ये लोग आपका पूरा का पूरा धन 5-6 बड़ी कंपनियों को दे रहे हैं। वे किसानों, युवाओं, महिलाओं, छोटे और मध्यम व्यापारियों की उपेक्षा कर रहे हैं।” उन्होंने जोर देकर कहा कि ओडिशा के जल, जंगल और जमीन पर आदिवासियों का हक है और कांग्रेस इन अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
चुनाव हाइजैक करने की साजिश
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में केंद्र सरकार पर भी हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा संविधान पर हमला कर रही है और चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं को अपने पक्ष में इस्तेमाल करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने हाल ही में बिहार में वोटर आईडी कार्ड में मुख्यमंत्री की तस्वीर छपने की घटना का जिक्र करते हुए इसे “चुनाव हाइजैक करने की साजिश” बताया।
कांग्रेस नेता ने ओडिशा में भाजपा सरकार के एक साल पूरे होने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने दावा किया कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं, बेरोजगारी चरम पर है और पुरी में रथ यात्रा के दौरान हुई दुर्घटना जैसी “घोर अनियमितताएं” भी सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस महिलाओं, दलितों, आदिवासियों और ओबीसी के लिए सामाजिक न्याय की लड़ाई तेज करेगी।