कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने वीर सावरकर को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की है। उन्होंने एक कार्यक्र में कहा कि सावरकर एक ब्राह्मण थे, फिर भी मांसाहारी थे। वो बीफ खाते थे और उन्होंने कभी गाय के वध का विरोध नहीं किया। राव ने कहा कि उनके विचार एक तरह से कट्टरपंथी थे, जबकि वह आधुनिकता को अपनाते थे। वह एक ब्राह्मण होने के नाते खुलकर मांस खाते थे और इसका प्रचार करते थे। वहीं जिन्ना पर बोलते हुए राव ने कहा कि जिन्ना कभी भी कट्टरपंथी नहीं थे। राव के इस बयान पर भाजपा-शिवसेना उखड़ गई है। संजय निरूपम ने कहा कि इसका जवाब महाराष्ट्र की जनता देगी और कांग्रेस को जमीन पर गाड़ देगी।
सावरकर के पोते बोले-करवाएंगे मानहानि का केस दर्ज
सावरकर के पोते रंजित सावरकर ने इसे लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सावरकर को बार-बार बदनाम करने को लेकर कहा कि यह कांग्रेस की रणनीति है। जब चुनाव आ रहे हैं, तो सावरकर के बीफ खाने और गोहत्या का समर्थन करने का बयान गलत है। मैं उनके खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराऊंगा।
फडणवीस ने कहा-यह राहुल इम्पैक्ट है
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ये बार-बार सावरकर का अपमान करते हैं। सावरकर ने गाय पर अपने विचार स्पष्ट तौर पर रखे हैं। उन्होंने कहा कि किसान को जन्म से लेकर मृत्यु तक गाय मदद करती है इसलिए हमने गाय को ईश्वर का दर्जा दिया है। सावरकर पर गलत बयानबाजी करना राहुल गांधी ने शुरू किया है, उसी को आगे ले जाने का प्रयास ये लोग कर रहे हैं।
बहुत ही निम्न स्तर की टिप्पणी : निरूपम
शिवसेना नेता संजय निरूपम ने कहा कि एक बार फिर कांग्रेस पार्टी ने स्वतंत्र वीर सावरकर के खिलाफ बहुत ही निम्न स्तर की टिप्पणी की है। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री की वीर सावरकर पर की गई टिप्पणी पूरी तरह से निंदनीय है, यह उनका अपमान है। सावरकर ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। मैं कांग्रेस को बताना चाहता हूं कि महाराष्ट्र की जनता सावरकर से बहुत प्यार करती है। अगर वे बार-बार उनका इसी तरह अपमान करते रहे तो एक दिन महाराष्ट्र की जनता पूरी कांग्रेस पार्टी को जमीन के अंदर गाड़ देगी। इसलिए कांग्रेस पार्टी सावरकर का अपमान करना बंद करे।