नेपाल की मनीषा कोईराला को सुभाष घई ने 90 के दशक में फिल्म सौदागर में पहला मौका दिया था। इसके बाद उन्होंने साल-दर-साल कई सफल फिल्में दीं और बॉलीवुड में एक नई पहचान बनाई। इस दौरान वे विवादों में भी घिरीं। शादी हुई लेकिन वह टिक नहीं पाई। इसके बाद एक दर्द उन्हें कैंसर ने दिया, जब वे गुमनामी के अंधेरों में खो गईं। कुछ फिल्मों में वे नजर भी आईं, लेकिन वे काम नहीं आईं। फिर संजय लीला भंसाली ने उन्हें हीरामंडी के लिए चुनाव। इस वेब सीरीज में उन्होंने मल्लिका जान का जानदार किरदार निभाया, जो अब यादगार बन गया है। वे 53 साल की हैं, लेकिन बीमारी से लडऩे और उम्र होने के बाद भी उन्होंने हीरामंडी से एक नई पहचान बनाई। मनीषा ने इंस्टाग्राम पोस्ट पर लिखा कि मल्लिकाजान के पहले वे सोच भी नहीं सकती थीं कि कैंसर और 50 साल से ऊपर होने के बाद भी उनका करियर इस मुकाम पर पहुंच जाएगा। हीरामंडी में उन्होंने ऐसी छाप छोड़ी कि हर कोई मनीषा कोईराला का मुरीद हो गया।
12 घंटे गंदे पानी में डूबी रहीं
मनीषा ने बताया कि हीरामंडी में एक सीन था, जिसमें फव्वारा में उन्हें डूबना था, जो कि उनके लिए शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण था। संजय ने गर्म और साफ पानी की व्यवस्था की थी, लेकिन कुछ ही घंटों में पानी गंदा हो गया। क्योंकि हीरामंडी टीम के सदस्य, सिनेमैटोग्राफर और आर्ट डायरेक्टर पानी में उतर रहे थे। मनीषा पूरी तरह गंदे पानी में डूबकर भीग चुकी थीं और शूटिंग के बाद बेहद थक चुकी थीं। बीमारी के बाद भी उन्होंने यह मुश्किल सीन किया और हार नहीं मानी। हीरामंडी 1 मई को नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हुई है। वेब सीरीज में सोनाक्षी सिन्हा, अदिती राव हैदरी, संजीदा शेख ऋचा चड्डा और शर्मिन शेगल के साथ अन्य कलाकार भी हैं। यह वेब सीरीज आजादी के पहले तवायफों की जिंदगी पर बनी है, जिसमें भंसाली ने 4 प्रेम कहानियां पिरोई हैं, जो कि अधूरी रह जाती हैं। वेब सीरीज की सफलता ने भंसाली सहित उनकी टीम का लोहा मनवाया है, तो मनीषा कोईराला ने भी एक नई छाप छोड़ी है।