प्रयागराज में 12 वर्षों के बाद महाकुंभ 2025 में होने जा रहा है। 13 जनवरी 2025 से शुरू हो रहे महाआयोजन पर प्रदेश ही नहीं, देश और दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं। लोगों में महाकुंभ को जानने और इसे समझने के लिए जिज्ञासा देखने को मिल रही है। सर्च इंजनों पर लोग महाकुंभ 2025 की तारीखों और इसके महत्व के बारे में जानने के लिए सर्च कर रहे हैं। हालांकि महाकुंभ की जानकारी के लिए अब और अधिक परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि महाकुंभ 2025 की आधिकारिक एप पर उन्हें समस्त जानकारियां उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। एप पर लोगों को न सिर्फ महाकुंभ के विषय में विभिन्न जानकारियां मिलेंगी, बल्कि महाकुंभ और कुंभ पर लिखी गई किताबों और ब्लॉग्स के माध्यम से वे महाकुंभ की परंपराओं और इसके महत्व के विषय में जानकारी हासिल कर सकेंगे। मेला प्राधिकरण की ओर से इस एप को लाइव किया जा चुका है। अब लोग इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड भी कर सकते हैं।
आईआईएम समेत कई संस्थानों की रिसर्च रिपोर्ट
प्रयागराज को प्राचीन शास्त्रों में प्रयाग या तीर्थराज के नाम से भी जाना जाता है। इसे भारत के पवित्रतम तीर्थ स्थलों में से एक माना गया है। यह शहर वार्षिक माघ मेला, प्रत्येक छह वर्षों में कुंभ मेला और हर 12 वर्ष में महाकुंभ मेला के लिए भी प्रसिद्ध है। यूनेस्को कुंभ मेले को अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में सूचीबद्ध कर चुका है। चूंकि इस बार महाकुंभ मेला के लिए शहर में तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महाकुंभ मेला 2025 एप को भी लाइव कर दिया गया है। इस एप पर महाकुंभ 2025 से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों के साथ कुंभ और महाकुंभ पर लिखी गईं प्रमुख किताबों की भी जानकारी है। इसमें महत्वपूर्ण ब्लॉग्स का भी सेक्शन है, जिसमें आईआईएम समेत कई बड़े संस्थानों की महाकुंभ को लेकर की गई रिपोर्ट भी सम्मिलित की गई है। वो लोग जो महाकुंभ पर रिसर्च करना चाहते हैं, उन्हें इससे बड़ी मदद मिलेगी।
प्रयागराज के बारे में भी जान सकेंगे लोग
ब्लॉग सेक्शन में यूपी टूरिज्म की एक्सप्लोर प्रयागराज को भी स्थान दिया गया है जिसमें संगमनगरी की आध्यात्मिकता और आधुनिकता को बताने का प्रयास किया गया है। प्रयागराज का इंट्रोडक्शन देने के साथ-साथ प्रयागराज में आकर्षण के केंद्रों के साथ ही प्रयागराज की प्रमुख हस्तियों का जिक्र किया गया है। भारतीय प्रबंध संस्थान बेंगलुरू की प्रयागराज महाकुंभ 2019 को भी इसमें रखा गया है जो महाकुंभ का एकीकृत मूल्यांकन करती है। पेंट माय सिटी, स्वच्छ कुंभ, प्रयागराज स्मार्ट सिटी, स्मार्ट फ्यूचर और द मैग्नीफिसेंस ऑफ कुंभ जैसे स्टडी रिपोर्ट को भी रखा गया है जो महत्वपूर्ण साबित होगी। एप में कुंभ पर विभिन्न लोगों द्वारा की गई स्टडी और उनकी बुक के बारे में भी जानकारी दी गई है जो शोधार्थियों के लिए बहुत खास हो सकती है।