मध्य प्रदेश के महू में कांग्रेस ने बाबा साहब अंबेडकर की जन्मस्थली पर जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली की। इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे काफी आक्रामक हो गए। उन्होंने पूछा कि क्या गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी दूर हो जाएगी? क्या इससे लोगों का पेट भर जाएगा? खरगे ने कहा कि भाजपा नेता कैमरों के लिए डुबकी लगाने की होड़ में जुटे हुए हैं। हालांकि बाद में खरगे ने सफाई देते हुए कहा कि वे किसी की आस्था पर सवाल नहीं उठा रहे हैं। उनके बयान से लोगों को ठेस पहुंची हो तो वह माफी मांगते हैं। उन्होंने कहा कि जब बच्चे भूख से मर रहे हैं, स्कूल नहीं जा रहे हैं, मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल रही है तो ये लोग हजारों खर्च कर गंगा में डुबकी लगाने की प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। दरअसल गृहमंत्री अमित शाह और योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को संगम में डुबकी लगाई थी। संभवत: खरगे ने उन्हीं के कार्यक्रम को देखते हुए यह कटाक्ष किया।
भाजपा ने पूछा-क्या किसी और धर्म के बारे में बोल पाएंगे ऐसा
खरगे के इस बयान पर भाजपा आगबबूला हो गई है। भाजपा नेता संबित पात्रा ने कहा कि क्या वे किसी और धर्म के बारे में ऐसा कह सकते हैं। सनातन के खिलाफ ऐसे बोल और बयान उचित नहीं हैं। कांग्रेस को इस पर सफाई देनी चाहिए। पात्रा ने कहा कि खरगे ने कहा था कि हम सत्ता में आए तो सनातन को खत्म कर देंगे। महाकुंभ करोड़ों वर्षों से सनातन आस्था का प्रतीक है। कांग्रेस और उसके अध्यक्ष इसका मजाक उड़ा रहे हैं। क्या कांग्रेस इफ्तार पार्टी या हज के लिए भी यही शर्मनाक बयान दे सकती है।


