उप्र के प्रयागराज में 2025 में होने वाले महाकुंभ के दौरान सडक़ हादसे रोकने के विशेष प्रबंध किए जाएंगे। योगी सरकार इसके लिए कांवड़ यात्रा का फॉर्मूला लागू करेगी। ऐसे में किसी भी दशा में वाहनों को सडक़ पर खड़ा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। वाहनों को खड़ा करने के लिए पार्किंग स्थल बनाए जाएंगे, जहां सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। प्रयागराज और आसपास के सभी जिलों के अस्पतालों को भी अलर्ट पर रखा जाएगा। अस्पतालों के संसाधन भी बढ़ाए जाएंगे। इस बार 45 दिन का महाकुंभ है। वाहनों के लिए डायवर्जन प्लान माघ मेला और श्रावण मास की तरह बनाया जा रहा है। किसी रूट से ज्यादा श्रद्धालु आ रहे हैं तो तत्काल नोडल अधिकारी और कंट्रोल रूम के माध्यम से आईसीसी के टोल फ्री नंबर 1920 पर अलर्ट भेजा जाएगा, ताकि एसएसपी कुंभ मेला, कमिश्नरेट प्रयागराज मेला क्षेत्र में समय रहते तैयारी कर लें।
नो एक्सीडेंट जोन बनाने की कवायद
कांवड़ यात्रा के दौरान शासन ने निर्देश दिए थे कि किसी भी सूरत में यात्रियों के साथ कोई दुर्घटना नहीं होने पाए। इसी तरह कुंभ मेला क्षेत्र में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी सडक़ दुर्घटना अथवा हादसा श्रद्धालुओं के साथ न हो। आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रयागराज कमिश्नरेट और आसपास के जिलों की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाया जा रहा है। डूबने, स्ट्रक्चरल कोलैप्स, केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल एंड न्यूक्लियर खतरे से निपटने के लिए प्रयागराज आने वाले रास्तों पर मौजूद अस्पतालों की स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर किया जा रहा है। प्रयागराज कमिश्नेट से लोगों को वहां शिफ्ट किया जाएगा।
क्रॉसिंग पर जाम से निपटने यह इंतजाम
रेलवे को भी महाकुंभ के दृष्टिगत एहतियाती कदम उठाने को कहा गया है। मुख्य स्नान पर्व के दौरान कौन-कौन सी ट्रेनें कहां से चलेंगी और किस प्लेटफार्म पर आएंगी, इसकी सूचना प्रयागराज जोन कार्यालय, कमिश्नरेट प्रयागराज और कुंभ मेला कार्यालय को भेजना होगा। इससे होने वाली भीड़ से निपटने की तैयारी कर ली जाएगी। किसी भी रेलवे क्रॉसिंग पर जाम न लगे, इसकी भी तैयारी की जाएगी। अयोध्या, वाराणसी, मिर्जापुर व प्रयागराज में कॉरिडोर बनने की वजह से इन स्थानों पर भी भीड़ आएगी, जिसके दृष्टिगत सुरक्षा और यातायात के प्रबंध करने को कहा गया है।