आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार का हाल ही में एक बयान आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि चुनाव में अहंकार के कारण बीजेपी 241 सीटों तक ही पहुंच पाई। उन्होंने कहा कि यह अहंकार ही था, जिसके चलते भगवान राम ने उन्हें 241 पर रोक दिया। उन्होंने अयोध्या से भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह की हार पर कहा था कि उन्होंने जनता पर जुल्म किए थे तो राम ने उन्हें 5 साल का आराम दे दिया। राम सबको न्याय देते हैं। हालांकि इंद्रश कुमार अब अपने बयान से पलट गए हैं। इस पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं।
अब यह बोले इंद्रेश कुमार
इंद्रेश कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि कि देश का वातावरण इस समय बहुत ही स्पष्ट है। जिन्होंने राम का विरोध किया, वो सब सत्ता से बाहर हैं। जिन्होंने राम की भक्ति का संकल्प लिया, आज वो सत्ता में हैं। साफ जाहिर है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बाद इंद्रेश कुमार ने भी भाजपा को आईना दिखाया था। हालांकि जब उन पर दबाव बढ़ा तो वे 24 घंटे के अंदर ही अपने बयान से पलट गए।
बयान को करोड़ों लोगों ने सुना : कांग्रेस
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि वेचाहें पलट जाएं या यू टर्न लें, लेकिन उनके बयान को करोड़ों लोगों ने सुना है। इंद्रेश कुमार के साथ क्या हुआ, मुझे नहीं पता लेकिन सारे देश ने देखा कि इंद्रेश ने किसे अहंकारी बताया था और आज वे पलट गए। ये आरएसएस का स्वभाव नहीं है। अगर उन्होंने दृढ़ता के साथ कुछ कहा था तो उन्हें उस पर कायम रहना चाहिए।