देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो में परिचालन संकट (ऑपरेशनल क्राइसिस) सोमवार (8 दिसंबर) को भी जारी रहा। नए पायलट ड्यूटी नियमों के कारण क्रू की कमी से स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
- उड़ानें रद्द होने की स्थिति
- पोर्टों के अनुसार, दिल्ली से सोमवार को भी 200 से अधिक उड़ानें रद्द या विलंबित हुई हैं।
- पिछले छह दिनों में देश भर में 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, जिससे लाखों यात्री प्रभावित हुए हैं।
- नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा लागू किए गए नए पायलट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों के कारण क्रू रोस्टर में बड़ा बदलाव आया, जिससे पायलटों की उपलब्धता अचानक कम हो गई। DGCA ने इस संकट के लिए एयरलाइन के योजना बनाने में चूक (Planning Gaps) को मुख्य कारण बताया है।
- DGCA और सरकार की कार्रवाई:
- DGCA ने इंडिगो के सीईओ और अकाउंटेबल मैनेजर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इंडिगो ने नोटिस का जवाब देने के लिए और समय मांगा है।
- नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने यात्रियों को पूरा रिफंड देने और री-शेड्यूलिंग शुल्क न लेने के कड़े निर्देश दिए हैं।
- यात्रियों के लिए एडवाइजरी:
- दिल्ली एयरपोर्ट ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि उड़ानें विलंबित हो सकती हैं।
- यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे एयरपोर्ट जाने से पहले इंडिगो की वेबसाइट या आधिकारिक हैंडल पर अपनी फ्लाइट का लेटेस्ट स्टेटस ज़रूर चेक कर लें।
इंडिगो ने DGCA को आश्वासन दिया है कि परिचालन को सामान्य और स्थिर करने में 10 फरवरी 2026 तक का समय लग सकता है, हालांकि 10 दिसंबर तक इसमें कुछ स्थिरता आने की उम्मीद है।


