भारतीय वायुसेना से जुड़ा एक और चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। फ्रांसीसी वायुसेना प्रमुख जनरल जेरोम बेलांगर ने एक बयान में पुष्टि की है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारतीय वायुसेना ने अपने तीन विमानों को ‘खो दिया’ था, जिसमें एक राफेल लड़ाकू विमान भी शामिल था। हालांकि उन्होंने साफ किया कि राफेल के ‘गिरने’ की वजह दुश्मन कार्रवाई नहीं, बल्कि तकनीकी खराबी थी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इसमें पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों की कोई भूमिका नहीं थी।
जनरल बेलांगर ने पेरिस में एक सैन्य संगोष्ठी में बोलते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का विस्तृत ब्यौरा दिया। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमें तीन भारतीय विमानों के नुकसान के सबूत मिले।” उन्होंने आगे विस्तार से बताया कि इनमें से एक राफेल विमान था, जो ‘शत्रु’ के हवाई क्षेत्र में मिशन पर था। जेरोम बेलांगर ने कहा है कि उन्होंने 3 भारतीय विमानों के नुकसान के सबूत देखे हैं, जिनमें मिराज 2000, Su-30MKI और राफेल फाइटर जेट हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने अपना राफेल पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध के दौरान नहीं खोया, यानि पाकिस्तान लड़ाकू विमानों ने राफेल को नहीं गिराया, बल्कि राफेल गिरने की असल वजह टेक्निकल है। चीफ ने कहा है कि आठ देशों को राफेल लड़ाकू विमान बेचे गये हैं और ये पहली बार है जब राफेल एयरक्राफ्ट को नुकसान हुआ है।
जनरल बेलांगर ने जोर देकर कहा, “राफेल के ‘नष्ट’ होने का कारण किसी दुश्मन बल, विशेष रूप से पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों की कार्रवाई नहीं थी। हमारे विश्लेषण से स्पष्ट है कि यह पूरी तरह से एक तकनीकी खराबी थी जिसने विमान को ‘नीचे गिराया’। यह महत्वपूर्ण सबक है कि हमें अपनी प्रणालियों की विश्वसनीयता पर लगातार काम करना होगा।”
भारतीय वायुसेना ने अभी तक इस विशेष ‘ऑपरेशन सिंदूर’ या जनरल बेलांगर के बयान पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन यह स्पष्टीकरण उन अटकलों को खत्म करता है कि कोई वास्तविक राफेल विमान दुश्मन की कार्रवाई से क्षतिग्रस्त हुआ था।