गरीबी इंसान को संसाधनों को हासिल करने से जरूर रोक लेती है,लेकिन सफलता के रास्तो को बंद नहीं कर पाती। अगर मेहनत और संघर्ष सही दिशा में हो तो मंजिल मिल ही जाती है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है मुंबई की एक झोपड़पट्टी में रहने वाले मोहम्मद हुसैन ने जो अब अफसर बन चुका है। हुसैन ने भयंकर गरीबी से जूझते हुए देश की सबसे कठिन परीक्षा यूपीएससी में बाजी मारी है।
![](https://theliberalworld.com/wp-content/uploads/2024/01/hussian-2-1024x487.jpg)
कौन है मोहम्मद हुसैन ?
मुंबई के वाडी बंदर, शोलापुर लेन के रहने वाले मोहम्मद हुसैन ने यूपीएससी परीक्षा 2022 में 570वीं रैंक हासिल की है। हुसैन को अपनी सफलता के लिए काफी मेहनत और संघर्ष करना पड़ा। हुसैन वाडी बंदर मजगांव डॉक स्थान के पास सड़क के किनारे एक साधारण झोपड़ी में रहता है।हुसैन ने पांचवें प्रयास में यूपीएससी परीक्षा सफलतापूर्वक उत्तीर्ण की और 570 की अद्भुत अखिल भारतीय रैंक अर्जित की।
![](https://theliberalworld.com/wp-content/uploads/2024/01/hussain.jpg)
पिता ने किया डॉकयार्ड में काम
हुसैन के पिता ने डॉकयार्ड में एक श्रमिक के रूप में काम करना शुरू किया, ट्रकों से माल लोड और अनलोड किया और आखिरकार पर्यवेक्षक के पद तक पहुंचे।लेकिन उनके पिता रमज़ान सईद ने यह सुनिश्चित किया कि उनका बेटा शहर के प्रतिष्ठित संस्थानों में शिक्षा प्राप्त करे।
मोहम्मद हुसैन ने अपनी औपचारिक शिक्षा के लिए डोंगरी के सेंट जोसेफ स्कूल में दाखिला लिया और 2018 में एलफिंस्टन कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की। पिता की मेहनत और बेटे का जज्बा आखिरकार परिणाम लेकर आया और हुसैन ने यूपीएससी की परीक्षा में बाजी मार ही ली।