पावर ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन ऑफ़ उत्तराखंड लिमिटेड (पिटकुल) ने उत्तराखंड शासन को लाभांश के रूप में 11 करोड़ की धनराशि का चेक सौंपा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में 11 करोड़ का लांभांश का चेक प्रबंध निदेशक पिटकुल ने सौंपा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को ऊर्जा प्रदेश बनाने के लिए विद्युत निगमों को पूरी सक्रियता से सहयोगी बनना होगा। राज्य स्थापना की मूल संकल्पना में उत्तराखण्ड को ऊर्जा प्रदेश बनाना था। पिटकुल ने वर्ष 2022-23 में 26.99 करोड़ की तुलना में वित्तीय वर्ष 2023-24 में 141.67 करोड़ का लाभ अर्जित किया है।
ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ऊर्जा और वैकल्पिक ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा लगातार कार्य किए जा रहे हैं। राज्य सरकार का प्रयास है कि पांच सालों में उत्तराखंड में राज्य की मांग के हिसाब से ऊर्जा का उत्पादन हो। ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तेजी से कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने पिटकुल के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सितंबर 2024 में पिटकुल के जिन 05 नए उपकेंद्रों का शिलान्यास किया गया, उनके कार्यों में तेजी लाई जाए।
3 वर्षों से प्रत्येक वर्ष 5 करोड़ का लाभांश दिया
प्रबंध निदेशक पिटकुल पी.सी. ध्यानी ने कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में पिटकुल ने 2023-24 में 141.67 करोड़ का लाभ अर्जित किया। गत 3 वर्षों से उत्तराखंड शासन को प्रत्येक वर्ष 5 करोड़ का लाभांश दिया था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन में पिटकुल में विभिन्न परियोजनाओं पर कार्य किए जा रहे हैं। वर्तमान में पिटकुल की ट्रांसमिशन उपलब्धता भी 99.70 प्रतिशत है, जिसके निर्धारित राष्ट्रीय मानकों 98 प्रतिशत से अधिक होने के फलस्वरूप पिटकुल को प्राप्त होने वाली प्रोत्साहन धनराशि के एक तिहाई भाग को विद्युत टैरिफ में छूट के रूप में सीधे दिए जाने से विद्युत उपभोक्ताओं को लाभ प्राप्त हो रहा है। इस अवसर पर अपर सचिव मनमोहन मैनाली, निदेशक पिटकुल जीएस बदियाल, पिटकुल से अरुण सबरवाल, शालू जैन, मनोज कुमार और पंकज कुमार उपस्थित थे।