प्रयागराज महाकुंभ को लेकर योगी सरकार की तैयारियां तेज हो गई हैं। दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागम में देश-दुनिया के संतों और श्रद्धालुओं के लिए प्रयागराज में अभूतपूर्व इंतजाम किए जा रहे हैं। महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने में अफसर जुटे हैं। महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू होगा और अब महज डेढ़ माह का समय ही शेष रह गया है। मेले में कई आकर्षण होंगे। नौ ऐसे वीआईपी कैम्प भी बनाए जा रहे हैं, जो बड़े-बड़े महलों को मात दे दें। देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ये कैम्प आकर्षण का केंद्र होंगे। इनमें 14/28 फीट के आकर्षक कमरे बनाए जा रहे हैं, जिनमें जरूरत के हर इंतजाम रहेंगे। इसके अलावा डिजिटल गैलरी बनाई जा रही है, जो महाकुंभ का महत्व और सार बताएगी।
पौराणिक कथाओं को दर्शाएगा
प्रयागराज मेला प्राधिकरण सीएम योगी की विरासत और विकास के विजन के मुताबिक डिजिटल महाकुंभ के तौर पर भी विकसित कर रहा है। महाकुंभ की पौराणिक परंपरा और गाथा को वीआर (वर्चुअल रियलिटी) और डिजिटल तकनीक के माध्यम से नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए डिजिटल महाकुंभ एक्सपीरिएंस सेंटर बनाया जा रहा है। डिजिटल महाकुंभ एक्सपीरिएंस सेंटर वर्चुअल रियलिटी, होलोग्राम और डिजिटल प्रोजेक्शन की तकनीक से महाकुंभ, त्रिवेणी संगम और प्रयागराज महात्म्य की पौराणिक कथाओं को दर्शाएगा।
आठ गैलरियां बनाई जा रही हैं
डिजिटल महाकुंभ एक्सपीरियंस सेंटर में आठ गैलरियां बनाई जा रही हैं जो आधुनिक डिजिटल तकनीक से समुद्र मंथन और महाकुंभ की गाथाओं का प्रदर्शन करेंगी। विजिटर स्वयं समुद्र मंथन की घटना का अनुभव कर सकेंगे। वर्चुअल रियलिटी और एलईडी टनल में समुद्र मंथन की कथा, कुम्भ, प्रयागराज और त्रिवेणी संगम के समृद्ध इतिहास और विरासत की अनोखी अनुभूति करवाएगा। होलोग्राम और डिजिटल प्रोजेक्शन के माध्यम से महाकुंभ के सार को प्रदर्शित किया जाएगा। महाकुंभ के अनूठे अनुभव को संजोने और उन्हें घर ले जाने के लिए विशेष स्मृति चिह्नों का सॉवेनियर स्टोर भी बनाया गया है।